आवास विकास परिषद में पदोन्नति घोटाला, 452 वरिष्ठ सहायकों को सीधे मुख्य सहायक पद
452 वरिष्ठ सहायकों को सीधे मुख्य सहायक पद पर दे दी गई पदोन्नति। सपा सरकार के कार्यकाल की गड़बड़ी आई सामने, जांच कमेटी गठित।
लखनऊ, [ऋषि मिश्र]। आवास विकास परिषद में 452 वरिष्ठ सहायकों की पदोन्नति में घोटाला उजागर हुआ है। लेखा जांच में पता चला है कि इन वरिष्ठ सहायकों को प्रधान सहायक की जगह सीधे मुख्य सहायक पद पर पदोन्नति दे दी गई। इस वजह से प्रत्येक माह परिषद ने 50 लाख रुपये अतिरिक्त वेतन का भुगतान किया।
इस तरह पिछले चार साल में करीब 100 करोड़ रुपये का भुगतान इन लिपिकों कोनियम विरुद्ध किया गया। ऑडिट रिपोर्ट मिलने के बाद परिषद के आयुक्त ने एक कमेटी का गठन कर दिया है।
सपा सरकार के कार्यकाल में चार जुलाई 2014 को जारी आदेश के तहत परिषद में 4200 ग्रेड पे पर काम कर रहे वरिष्ठ सहायकों को 4600 और 4800 के ग्रेड पे पर पदोन्नत किया गया। इस संबंध में मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी आरएन श्रीवास्तव ने लेखा परीक्षा जांच की जानकारी आवास आयुक्त को दी। बताया गया कि नियमों के विपरीत पदोन्नति की गई। इससे अनेक संवर्गो के कर्मचारियों के हित प्रभावित हुए और परिषद को प्रत्येक माह लाखों रुपये का नुकसान हुआ।
क्या कहते हैं अफसर ?
आवास विकास परिषद आयुक्त अजय चौहान का कहना है किग्रेड पे में सामने आई गड़बड़ी को लेकर जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। सूची में शामिल कुछ कर्मचारी सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं।
नहीं हो रही कार्रवाई
इस गड़बड़ी के खिलाफ आवाज उठाने वाले परिषद लेखा संघ के अध्यक्ष प्रदीप पांडेय ने बताया कि दो बार पहले भी जांच कमेटी बन चुकी है। अब तीसरी कमेटी बनाई गई है, मगर कार्रवाई नहीं की जा रही है।