लविवि पेपर लीक प्रकरण : लविवि के प्रोफेसर 20-20 सीरीज से तैयार करते थे प्रश्नपत्र Lucknow News
लविवि पर्चा लीक प्रकरण ऑडियो क्लिप ने लखनऊ विश्वविद्यालय में वर्षों से चल रहे खेल को किया उजागर।
लखनऊ, जेएनएन। सेलेबस छोड़ बाजार में बिकने वाली 20, 20 सीरीज (गाइड) ही लविवि के गुरुजनों का सहारा है। सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए गाइड से ही देखकर प्रश्नपत्र तैयार किए जाते हैं। प्रोफेसरों को मशक्कत न करनी पड़े, इस कारण पका पकाया पर ही विश्वास रखते हैं। इसके लिए इससे आसान और सहज तरीका भला और क्या हो सकता है। उस पर अगर आर्थिक लाभ भी मिले तो क्या कहने।
जी हां, सूत्र बताते हैं कि यह कारोबार लखनऊ विश्वविद्यालय में वर्षों से जारी है। यह बात और है कि इसका राजफाश ऑडियो वायरल होने के बाद हुआ। लविवि प्रशासन के अधिकारियों और लॉ विभाग के डीन की कुलपति आवास पर बैठक हुई थी। बैठक में ऋचा और संबंधित प्रोफसर की बातचीत में जिन सवालों की चर्चा की गई और जो सवाल प्रश्नपत्र में पूछे गए, उन सवालों को बाजार में निजी प्रकाश की गाइड 20-20 सीरीज से मिलान कराया गया। इसमें अधिकांश सवाल गाइड से ही लिए जाने की बात सामने आई। जिसने इस ओर साफ इशारा किया कि आरोपित प्रोफेसर आरके सिंह और अशोक कुमार भी इस पर निर्भर रहे हैं।
यह भी जताई जा रही आशंका
आरोपित प्रोफेसरों द्वारा गाइड से पेपर बनाने के अलावा इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि वे पेपर बनाने के बाद निजी प्रकाशक को उसकी जानकारी साझा करते थे।
क्या कहते हैं कुलपति ?
लविवि कुलपति एसके शुक्ला का कहना है कि विवि स्तर पर पेपर मिलान में 20-20 सीरीज से प्रश्नपत्र बनाने और बाद में निजी प्रकाशक से उसकी जानकारी साझा करने की बात सामने आई है। इस बात की आशंका है कि यह खेल वर्षों से चल रहा है। एसटीएफ को इस संबंध में भी जानकारी दे दी गई है।