Move to Jagran APP

पोस्टर रिलीज होने के बाद ही बंद हो गया फिल्म 'जिला गोरखपुर' का प्रोडक्शन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कथित बायोपिक 'जिला गोरखपुर' का प्रोजेक्ट अब बंद हो गया है। डायरेक्टर विनोद तिवारी ने बयान जारी करके जानकारी दी है कि वे इस फिल्म को नहीं बनाएंगे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 30 Jul 2018 01:28 PM (IST)Updated: Tue, 31 Jul 2018 08:43 AM (IST)
पोस्टर रिलीज होने के बाद ही बंद हो गया फिल्म 'जिला गोरखपुर' का प्रोडक्शन
पोस्टर रिलीज होने के बाद ही बंद हो गया फिल्म 'जिला गोरखपुर' का प्रोडक्शन

लखनऊ (जेएनएन)। फिल्म जिला गोरखपुर का पोस्टर रिलीज होने के बाद से ही यह फिल्म विवादों में आ गई। विवाद इतना बढ़ गया कि अब इस फिल्म का निर्माण नहीं होगा।

loksabha election banner

बताया जा रहा था कि फिल्म उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बायोपिक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कथित बायोपिक 'जिला गोरखपुर' का प्रोजेक्ट अब बंद हो गया है। फिल्म के डायरेक्टर विनोद तिवारी ने बयान जारी करके जानकारी दी है कि वे इस फिल्म को नहीं बनाएंगे।

इस फिल्म की टीम ने शनिवार को 'जिला गोरखपुर' का पोस्टर रिलीज किया था। इसके बाद फिल्म को लेकर जबरदस्त रिएक्शन आया था। रिएक्शन इतना जोरदार था कि फिल्म के निर्माता निर्देशक विनोद तिवारी ने देश और समाज हित में फिल्म को बंद करने की घोषणा की। पोस्टर के रिलीज होते ही ये बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी कि 'जिला गोरखपुर' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बायोपिक है।जिला गोरखपुर नाम से एक फिल्म बनाने की घोषणा की गई थी जो अब डब्बा बंद हो जाएगी।

प्रेस विज्ञप्ति जारी कर फिल्म के निर्देशक विनोद तिवारी ने खुद जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वे किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते इसलिए इस प्रोजेक्ट को बंद कर रहे हैं। दरअसल फिल्म का पहला पोस्टर, विवादों से घिर गया था। इस फिल्म को नॉस्ट्रम इंटरटेनमेंट के बैनर तले बनाया जा रहा था। पोस्टर में भगवा वस्त्र धारण किए शख्स को अपने पीछे रिवाल्वर छिपाए दिखाया गया है। उस शख्स का हुलिया पूरी तरह से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा ही दिख रहा है।

फिल्म के निर्माता-निर्देशक विनोद तिवारी ने अपने बयान में कहा कि समस्त देशवासियों को मैं ये सूचित करता हूं कि मेरी फिल्म जिला गोरखपुर की घोषणा के तुरंत बाद जन साधारण की सोशल मीडिया में दी गई समीक्षा से मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसके बारे में स्वत: विभिन्न प्रकार के कयास लगाए जा रहे है। जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नही है किंतु इन कयासों और दुष्प्रचारों से जन साधारण की भावनाएं अवश्य आहत हो रही हैं। मेरा उद्देश्य न तो किसी की भावनाओ को आहत करना है ना ही समाज मे किसी प्रकार का विद्वेष फैलाना है। अत: देश तथा समाज के हित में इस प्रोजेक्ट को मैं बंद करने जा रहा हूं।

पोस्टर में गाय के बछड़े की तस्वीर भी साफ दिख रही है। फिल्म को विनोद तिवारी प्रोड्यूस और डायरेक्ट कर रहे थे। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडिल पर खुद इस पोस्टर को पोस्ट किया था। पोस्टर को देखकर ये तो साफ है कि ये फिल्म मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बायोपिक नहीं है। लेकिन किसी किरदार को योगी जैसा लुक देने, उसे पिस्तौल पकड़ाने और साथ में गाय, मंदिर दिखाने पर विवाद हो रहा था। इस पोस्टर से सीएम योगी के चाहने वाले लोग नाराज थे साथ ही गोरखपुर के लोग भी खुश नहीं थे।

नॉस्ट्रम इंटरटेनमेंट के अंतर्गत बनने वाली इस फिल्म से पहले एक और फिल्म तेरी भाभी है पगले आ चुकी है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर पड़ी थी, लेकिन इस बार यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर फिल्म होने की वजह से लोगों में इंटरेस्ट देखा जा सकता है। अब तो इनका 'जिला गोरखपुर' प्रोजेक्ट भी बंद हो गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.