आजम खां को भू-माफिया घोषित करने पर विधान परिषद में हंगामा, सोमवार तक कार्यवाही स्थगित
सपा सांसद मोहम्मद आजम खां को भू-माफिया घोषित करने से नाराज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने शुक्रवार को उच्च सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र में विधान परिषद की कार्यवाही लगातार दूसरे दिन बाधित रही। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां को रामपुर जिला प्रशासन के भू-माफिया घोषित करने पर आज विधान भवन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसके कारण सभापति ने कार्यवाही को सोमवार तक स्थगित कर दिया। इससे पहले सोनभद्र नरसंहार को लेकर कल भी सदन की कार्यवाही को स्थगित किया गया था।
सपा सांसद मोहम्मद आजम खां को भू-माफिया घोषित करने से नाराज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने शुक्रवार को उच्च सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। आजम खां के मामलों की जांच के लिए सपा सदस्यों ने विधान परिषद की सर्वदलीय समिति गठित किये जाने की मांग की जिसे नेता सदन डॉ.दिनेश शर्मा ने ठुकरा दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता विरोधी दल अहमद हसन ने कहा कि आजम खां को सरकार ने भू-माफिया घोषित कर दिया है। उन पर फर्जी मुकदमे लादे जा रहे हैैं। आजम खां के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच के लिए सपा ने कमेटी गठित की है लेकिन सरकार ने कमेटी की रिपोर्ट का भी इंतजार नहीं किया। वहीं सोनभद्र में भू-माफिया ने 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और वहां पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
इसके जवाब में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि वह शीघ्र ही सदन के समक्ष सोनभद्र मामले की रिपोर्ट रख देंगे। आजम खां के मामले में सरकार प्रतिशोधात्मक नहीं गुण-दोष के आधार पर कार्रवाई कर रही है। सर्वदलीय कमेटी की जरूरत नहीं है, कानून को अपना काम करने दीजिए। उन्होंने कहा कि सपा पहले अपनी ही कमेटी से इसकी जांच करा ले। इस पर सपा सदस्य सभापति रमेश यादव के आसन के सामने आकर आजम खां पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। हंगामा और शोरगुल के कारण सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अहमद हसन ने कहा कि आजम खां के मामले की जांच के लिए सपा की जांच कमेटी को रामपुर भेजने के बारे में मुख्य सचिव को प्रत्यावेदन दिया गया था। यह सूचना देने के बाद उन पर 15 मुकदमे दर्ज कर दिये गए। उन्हें भू-माफिया घोषित कर दिया गया। इस पर सपा सदस्य फिर सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। शोरगुल के बीच सभापति ने पांच फरवरी 2019 को विधानमंडल के दोनों सदनों के समक्ष राज्यपाल के अभिभाषण पर विधान परिषद के धन्यवाद प्रस्ताव के बारे में राज्यपाल के पत्र को पढ़ कर सुनाया। वहीं नेता सदन ने कार्यसूची की अन्य मदों को प्रस्तुत किया। इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।