¨हदू-मुस्लिम एकता का पैगाम देता भंडारा
लखनऊ : त्योहार हमें परंपराओं से परिचित कराते हैं और सामाजिक एकता व भाईचारा बढ़ाने में योगदान करते है
लखनऊ : त्योहार हमें परंपराओं से परिचित कराते हैं और सामाजिक एकता व भाईचारा बढ़ाने में योगदान करते हैं। दुबग्गा के दौलतखेड़ा स्थित शिव मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन ¨हदू-मुस्लिम एक साथ बाबा के दर्शन करते हैं। शुक्रवार को होने वाले भक्तिमय आयोजन की तैयारियां पूरी हो गई हैं।
मंदिर के पुजारी बाबा गया प्रसाद ने बताया कि दो दिवसीय भंडारा शुक्रवार से शुरू होगा। भंडारा सुबह से देर रात तक चलता है। पिछले 19 वर्ष से आलमबाग के मौनी बाबा मंदिर के सामने बाबा अमरनाथ बर्फानी सेवा मंडल की ओर से कांवड़ियों की सेवा के लिए शिविर लगता है। फलाहार के साथ कांवड़ियों की सेवा का इंतजाम रहता है। भगवान शिव की झांकी लोगों को अपनी ओर खींचती है। मुस्लिम समाज के दिव्यांग दिलावर फलाहार के बाद फैली गंदगी समेट कर सेवा करते हैं।
सज गई शिव परिवार की झांकी
लखनऊ पॉलीटेक्निक परिसर में गंगा अवतरण की झांकी संवारने का कार्य पूरा हो गया। प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह, शिक्षकों और विद्यार्थियों की ओर से झांकी की साफ सफाई की गई। सुबह शिव आरती के साथ भक्तिमय आयोजन होंगे।
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बुद्धेश्वर में बर्फ से बनेगा शिवलिंग
बुद्धेश्वर मंदिर परिसर में बर्फ से बने शिवालय का अभिषेक किया जाएगा। मंदिर की महंत लीलापुरी ने बताया कि सुबह चार बजे मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। व्यवस्थापक रामशंकर राजपूत का कहना है कि मंदिर के अंदर कांच की शीशी ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। मल्हौर के नागेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के तहत चले रही शिव पुराण कथा में श्रीश्री 108 रामशरण दास महाराज ने शिव महिमा का बखान किया। संयोजक त्रिवेणी शकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को भंडारे के साथ कथा का समापन होगा। आलमनगर के दुर्गा देवी मंदिर से बुद्धेश्वर महादेव मंदिर तक शिव बरात निकलेगी। राजाजीपुरम मीना बेकरी स्थित श्री ओमकारेश्वर महादेव मंदिर, सआदतगंज, हसनगंज बावली स्थित टीनवाला शिवाला, लकड़मंडी स्थित श्री पर्वतनाथ महादेव मंदिर पर भगवान भोलेनाथ का पुष्पों अभिषेक होगा।
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बातचीत
आपसी सौहार्द बनाए रखने का प्रयास पिछले 19 वर्षो से चल रहा है। भगवान शिव की महिमा के बखान के साथ यहां सेवा का भाव दिखता है।
सतीश बिंद्रा
भोलेनाथ अपने भक्तों को कष्टों से दूर रहते हैं। कांवड़ियों की सेवा करने का मौका वर्ष में एक बार मिलता है। हरपाल
विकास की चकाचौंध में श्रद्धा और सेवा का भाव जगाने का प्रयास किया जाता है। फलाहार वितरण सब लोग मिलकर करते हैं।
अमित बिंद्रा
धर्म के प्रचार प्रसार के साथ ही सेवा का भाव जगाना ही भंडारे का उद्देश्य है। हमने कांवड़ियों के लिए दवाओं का भी इंतजाम किया है।
सुरेश चंद्र
महाशिवरात्रि पर कांवड़ियों की सेवा के लिए आती हूं। उनकी सेवा करने से ही शिव की कृपा मिलती है।
उर्मिला