एससी, ओबीसी और सामान्य की कक्षाएं अलग लगाने पर प्रधानाचार्य को हटाया
हाथरस के बागला इंटर कॉलेज में जातीय आधार पर छात्रों को अलग-अलग सेक्शन में बैठाने पर हंगामा खड़ा हो गया। बात शासन तक पहुंची तो डीएम और एसपी के साथ ही डीआइओएस भी कॉलेज पहुंचे।
लखनऊ। हाथरस के बागला इंटर कॉलेज में जातीय आधार पर छात्रों को अलग-अलग सेक्शन में बैठाने पर हंगामा खड़ा हो गया। बात शासन तक पहुंची तो डीएम और एसपी के साथ ही डीआइओएस भी कॉलेज पहुंचे। प्रथम दृष्टया आरोप सही मिलने पर प्रधानाचार्य को हटाकर वरिष्ठ प्रवक्ता राजेश शुक्ला को कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाया गया है।
हाथरस के पीसी बागला इंटर कॉलेज में कक्षा नौ के सामान्य व एससी-ओबीसी छात्रों के अलग-अलग सेक्शन कर दिए गए थे। आरोप हैं कि सेक्शन ए में सामान्य जाति के अलावा ओबीसी के गिने चुने छात्र रखे गए थे और सेक्शन बी में एससी व ओबीसी छात्रों को कर दिया गया था। सेक्शन बी की कक्षा में न तो सफाई कराई जाती थी और न भीषण गर्मी के बावजूद पंखों की व्यवस्था की गई। इससे पहले छात्रों से प्रवेश के नाम पर अधिक फीस वसूलने के भी आरोप लगे। इस भेदभाव को लेकर कल एससी व ओबीसी छात्रों के अभिभावकों ने कालेज में हंगामा किया था। जिला विद्यालय निरीक्षक जितेन्द्र कुमार मलिक ने मामले की जांच के लिए गुरुवार को जिला समन्वयक सुधीर राठी सहित जीजीआइसी की प्रधानाचार्या मोहनीबाला को भेजा। इस दौरान कालेज में दलित और ओबीसी के छात्रों ने नारेबाजी कर कॉलेज तंत्र के खिलाफ प्रदर्शन किया। डीआइओएस की टीम ने कक्षाओं के रजिस्टर और सूची की जांच की। टीवी चैनलों पर मामला आने से शासन स्तर पर इसका संज्ञान लिया। गया इसके बाद शाम को एसपी अजयपाल और डीएम अविनाश कृष्ण ङ्क्षसह कॉलेज पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने जांच के बाद प्रथम दृष्टया प्रधानाचार्य राधेश्याम वाष्र्णेय को दोषी मानते हुए उन्हें पद से हटा दिया और उनके स्थान पर वरिष्ठ प्रवक्ता राजेश शुक्ला को चार्ज दे दिया गया। डीआइओएस ने राधेश्याम वाष्र्णेय के निलंबन की संस्तुति करते हुए कालेज प्रबंधक को पत्र लिख दिया है।