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Lucknow University Centenary Year Celebration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे अपने मन की बात

विश्वविद्यालय छह विभागों से शुरू हुआ था। पिंछले 100 साल में इस परिसर ने अनेक मील पत्थर स्थापित किए। देश के राष्ट्रपति रहे डॉ शंकर दयाल शर्मा से लेकर अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री यहां से पढ़ कर यहां पढ़ा कर गए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 06:05 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 07:15 AM (IST)
Lucknow University Centenary Year Celebration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे अपने मन की बात
25 नवंबर 1920 को कैनिंग कॉलेज को मिली थी लखनऊ विश्वविद्यालय की मान्यता।

लखनऊ, (ऋषि मिश्र)। 12 अगस्त 1920 वह दिन था जब युनाइटेड प्राॅविंसेस की लेजिसलेटिव असेंबली में गोमती किनारे स्थित कैनिंग कॉलेज को लखनऊ विश्वविद्यालय के तौर पर मान्यता देने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। धीरे धीरे प्रक्रिया आगे बढ़ी और तत्कालीन गवर्नर के हस्ताक्षर के बाद 25 नवंबर 1920 को कैनिंग कॉलेज लखनऊ विश्वविद्यालय में तब्दील हो गया। विश्वविद्यालय छह विभागों से शुरू हुआ था। पिंछले 100 साल में इस परिसर ने अनेक मील पत्थर स्थापित किए।

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देश के राष्ट्रपति रहे डॉ शंकर दयाल शर्मा से लेकर अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री यहां से पढ़ कर यहां पढ़ा कर गए। हजारों उपलब्धियों को अपने आप में समेटे विश्वविद्यालय ने 19 नवंबर को अपना सात दिनी स्थापना समारोह मनाना शुरू किया। जिसका बुधवार को अंतिम दिन होगा। अब इस विश्वविद्यालय में करीब 20 हजार विद्यार्थी और 50 विभाग हैं। करीब 20 हजार विद्यार्थी विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हैं और 160 कॉलेज इससे संबद्ध हैं। 19 नवंबर से हेरिटेज वॉक, योग, खेल प्रतियोगिताएं, लिटरेरी फेस्ट और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों को जोड़ा गया। इसी तरह से आगे बढ़ते बढ़ते ये आयोजन अब स्थापना दिवस के तौर पर अपने अंतिम पड़ाव तक पहुंच रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ विश्वविद्यालय के इतिहास, वर्तमान और भविष्य को लेकर अपने मन की बात करेंगे। वे चर्चा करेंगे उन महापुरुषों जिन्होंने इस विश्वविद्यालय काे विश्व फलक पर एक स्थान दिलवाया था। यही नहीं वे उन कामयाबियों की बात भी करेंगे जो विश्वविद्यालय ने पाई हैं। वे बात करेंगेे आचार्य नरेंद्र देव की। प्रो राधाकमल मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के विश्वविद्यालय के जुड़ाव की। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू कभी इस परिसरके आजादी के बाद पहले दीक्षा समारोह में 1948 में आए थे तो अब 100 वें स्थापना दिवस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण होंगा। वे बात करेंगे भविष्य में इस परिसर के लिए क्या होना चाहिए। किस तरह से सरकार अपनी मदद करेगी। किस तरह से यहां के विद्यार्थियों, प्रदेश, देश और अपने समाज की भलाई के लिए काम करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को करीब शाम साढ़े पांच बजे वर्चुअल माध्यम से लखनऊ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करेंगे। उनके वर्चुअल भाषण का समय कितना होगा ये अभी तय नहीं किया गया है।

इन तीन लिंक पर होगी लाइव स्ट्रीमिंग

https://www.lkouniv.ac.in/en/2020-streaming

https://www.facebook.com/dswlkouniv/

https://www.youtube.com/c/universityoflucknow_official

पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के विद्यार्थियों को सुनने की अपील

लविवि के रजिस्ट्रार डॉ विनोद कुमार सिंह की ओर से प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार, उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक और सभी निजी विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार को पत्र लिख कर इस लाइव स्ट्रीमिंग से अपने विद्यार्थी को जोड़ने के लिए कहा गया है।

योगी-राजनाथ भी जुड़ेंगे वर्चुअल, दिनेश शर्मा रहेंगे लविवि में

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस कार्यक्रम में वर्चुअल शामिल होंगे। जबकि उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा कार्यक्रम के दौरान मालवीय सभागार में मौजूद रहेंगे।

कई पूर्व विद्यार्थी किए जाएंगे सम्मानित, डॉ नरेश त्रेहन भी होंगे शामिल

विख्यात ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ नरेश त्रेहन सहित विश्वविद्यालय के अनेक पूर्व विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया जाएगा। जिसमें सभी लोग मालवीय सभागार में मौजूद रहेंगे। 


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