महिलाओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने वालों की जीभ काट कर सूली पर चढ़ा दो
कल्कि पीठाधीश्वर धाम के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर पाबन्दी लगाने वाले संतों, महत्माओं, पुजारियों और पंडों पर जमकर हमला किया। अलीगढ पहुंचे कृष्णन ने कहा कि ऐसे लोगों जबान काट लेनी चाहिए और उन्हें सूली पर चढ़ा देना चाहिए।
लखनऊ। कल्कि पीठाधीश्वर धाम के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर पाबन्दी लगाने वाले संतों, महत्माओं, पुजारियों और पंडों पर जमकर हमला किया। अलीगढ पहुंचे कृष्णन ने कहा कि ऐसे लोगों जबान काट लेनी चाहिए और उन्हें सूली पर चढ़ा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग धर्म के नाम पर घोर अधर्म कर रहे हैं। वे यहां खिरीरी मस्तीपुर में लक्ष्मी नारायणधाम के उत्सव समारोह में शिरकत करने आये थे। उन्होंने शंकराचार्य को आड़े हाथ लिया और कहा कि महिलाओं के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती और जब स्त्री के बिना सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती तो धर्म कैसे पूरा मान सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान स्त्री, पुरुष, पशुओं, पंक्षियों, पेड़, पौधों और जड़-चेतन सबका है। भगवान के घर में ही स्त्री का प्रवेश निषेध कर दिया गया है और भगवान जब जब धरती पर अवतार लेकर आया है तो स्त्री के गर्भ से ही आया है। उन्होंने आगे कहा कि स्त्री को भगवान के घर में प्रवेश करने से रोका जाए ये ठीक नहीं है। जो महात्मा, संत या पुजारी .ये कहता है कि मंदिरो के गर्भ गृह में नारियों के प्रवेश पर पाबंदी लगे वो घोर अपराध कर रहे है. उसे सजा मिलनी चाहिए और ऐसा कहने वाले वे पाप के भागी है।
वहीं साई बाबा पर भी बेबाक राय रखते हुए कहा कि भक्तों के लिए साई भगवान है, और भक्तों की श्रद्धा भगवान का फैसला करती है। उन्होंने कहा कि जिनकी श्रद्धा साई में है, उनके लिए वे भगवान हैं. उन्होंने कहा कि भक्तों के लिए साई भगवान है और भगवान को किसी ने देखा नही है और भगवान जिसमें नजर आये वही भगवान है।