Move to Jagran APP

खेत में किसान को म‍िली कीमती मूर्तियां, चोरी कर छ‍िपाए जाने की आशंका ayodhya news

तांबे से निर्मित बताई गई हैं दस-दस किलोग्राम की दोनों मूर्तियां। पुल‍िस कर रही है जांच पड़ताल।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 07:08 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 09:45 AM (IST)
खेत में किसान को म‍िली कीमती मूर्तियां, चोरी कर छ‍िपाए जाने की आशंका ayodhya news
खेत में किसान को म‍िली कीमती मूर्तियां, चोरी कर छ‍िपाए जाने की आशंका ayodhya news

अयोध्या, जेएनएन। खेत की बैरीकेड‍िंग करते समय एक किसान को दो प्राचीन देव मूर्तियां मिली हैं। यह मूर्तियां पत्तों से ढकीं थीं। किसान ने कोतवाल जगदीश उपाध्याय को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मूर्तियों को अपने संरक्षण में ले लिया। बरामद मूर्तियां तांबे की बताई गई हैं। प्रत्येक मूर्ति का वजह दस किलोग्राम है। 

loksabha election banner

सोमवार को डेहरियावा गांव निवासी ललितनारायण त्रिपाठी तार से अपने खेत की बैरीकेड‍िंग कर रहे थे। बैरीकेड‍िंंग के दौरान खेत में पड़े पत्तियों के ढेर को हटाते ही उन्हें भगवान विष्णु की दो मूर्तियां दिखीं। मूर्तियां जिन पत्तों के नीचे दबी हुई थीं, वह अधिकांश सड़ चुके थे। प्रतिमा को पहनाए गए कपड़े भी नष्ट हो चुके थे। कोतवाल जगदीश उपाध्याय ने बताया कि दोनों मूर्तियों की लंबाई करीब डेढ़ फिट है।

उन्होंने बताया कि आशंका है कि मूर्तियों को कहीं से चोरी करने के बाद खेत में लाकर पत्तियों के ढेर के नीचे छुपा दिया गया था। मौके की पड़ताल व मूर्तियों की दशा देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि मूर्तियां चार-पांच महीने पहले चोरी की गई हैं।

30 हजार रुपये कीमत की हैं मूर्तियां 

तांबे से निर्मित मूर्तियां अंदर से काफी ठोस है। एक मूर्ति की कीमत 30 हजार रुपये होने का अनुमान है। पुलिस का कहना है कि मूर्तियां खेत में ऐसे स्थान पर थीं, जहां आना-जाना कम होता है। इसलिए पत्तियों के ढेर में दबी मूर्तियां काफी दिनों तक पड़ी रहीं। मूर्तियां प्राचीन जरूर हैं, लेकिन पुलिस इन्हें पुरातात्विक महत्व की नहीं मान रही हैं। पुलिस का कहना है कि उच्चाधिकारियों से इस विषय में वार्ता चल रही है। आवश्यक हुआ तो पुरातात्विक दृष्टिकोण से इसकी पड़ताल कराई जाएगी।

डीसीआरबी को दी गई सूचना

बरामद मूर्तियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पुलिस ने जिला क्राइम रिकार्ड ब्यूरो को मूर्तियों से संबंधित पूरा ब्यौरा भेज दिया गया है। डीसीआरबी के माध्यम से सूचना यूपी क्राइम रिकार्ड ब्यूरो को भेजा जाएगा, ताकि प्रदेश में भर में इस तरह की मूर्तियां कहीं से चोरी हो तो उसका पता लगाया जा सके। कोतवाल का कहना है कि जिले में भी चोरी हुई मूर्तियों के बारे में सूचना एकत्र की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.