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Fight Against Coronavirus : प्राणायाम से दीजिए रोगों को विराम, ऐसे बढ़ाएं इम्युनिटी सिस्टम

नाड़ी शोधन भष्तृिका और त्रिस्तरीय प्राणायाम बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 05:45 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 08:06 AM (IST)
Fight Against Coronavirus : प्राणायाम से दीजिए रोगों को विराम, ऐसे बढ़ाएं इम्युनिटी सिस्टम
Fight Against Coronavirus : प्राणायाम से दीजिए रोगों को विराम, ऐसे बढ़ाएं इम्युनिटी सिस्टम

बाराबंकी [जगदीप शुक्ल]। किसी भी वायरस या रोग से सबसे ज्यादा वे लोग प्रभावित होते हैं जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए भी शरीर का रोग प्रतिरोधी होना जरूरी है। योगाचार्यों का मानना है कि प्राणायाम के जरिए नाड़ी शोधन, भष्तृिका और त्रिस्तरीय प्राणायाम से हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। योग शिक्षक सतीश पांडेय श्याम का कहना है कि नाड़ी शोधन प्राणायाम से शरीर की एक लाख 72 हजार नाड़ियों की शुद्धि होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। भष्तृिका प्राणायाम शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर रक्त प्रवाह बढ़ाने के साथ ही फेफड़ाें को भी ताकतवर बनाता है। त्रिस्तरीय प्राणायाम से वात, पित्त और कफ को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने स्वस्थ रहने के कुछ टिप्स दिए...

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नाड़ी शोधन प्राणायाम: सुखासन में बैठकर दाहिने हाथ की तर्जनी और मध्यमा अंगुली को भौहों के बीच में रखें व दाहिनी ओर की नाक को अंगूठे से बंद कर लें। बाईं ओर से साधारण लंबी व गहरी सांस भरें आैर दाहिनी ओर से निकालें। ऐसा ही दाहिनी ओर से सांस भरकर बाईं ओर से निकालें। यह क्रम पांच से सात मिनट तक करें।

भष्तृिका प्राणायाम: वज्रासन में बैठें। दोनों हाथों को कंधों के सामने लाएं और साधारण श्वांस भरते हुए तेजी से ऊपर की ओर ले जाएं और सांस को छोड़ते हुए नीचे को लाएं। 20 बार ऐसा करें फिर कुछ देर का अंतराल लें। इसके बाद तीन बार यही प्रक्रिया करें।

त्रिस्तरीय प्राणायाम: 

  • वज्रासन में बैठकर दोनों हाथ के अंगूठे हिप बोन पर रखें और हथेलियां जमीन के समानांतर रखें। लंबी गहरी सांस लें और छोड़ें।
  • दाेनों हाथों के अंगूठे आर्म पिक पर रखें आैर हाथेलियों को जमीन के समानांतर उठा लें तथा लंबी गहरी सांस लें और छोड़ें।
  • दोनों हाथों की हथेली को सोल्जर प्लेट पर ले जाएं और कोहनियां आसमान की ओर रखें। लंबी गहरी सांस लें और कुछ देर रोकने के बाद छोड़ें।

योग शिक्षक सतीश श्याम ने बताया कि यह पांच प्राणायाम श्वसन तंत्र को मजबूत रखने के साथ वात, कफ और पित्त को भी नियंत्रित कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इस दाैरान अगर किसी को इन प्राणायाम को करने में कोई कठिनाई आती है तो वह 8318574729 पर वीडियो कॉलिंग के जरिए जानकारी प्राप्त कर सकता है।


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