सेना के सिस्टम से गायब हो गई पूजा स्पेशल ट्रेनें, सैनिकों को नहीं मिल रहा रिजर्वेशन
रेलवे ने जिन पूजा स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत पिछले दिनों केवल एक महीने के लिए की है। उनमें कई विसंगतियां सामने आ रही हैं। खासकर सीमा की ओर वाले स्टेशनों तक जाने वाली ट्रेनों में सेन के जवान अफसर और जेसीओ फ्री वारंट पर रिजर्वेशन नही करवा पा रहे है।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ जम्मू सीमा पर तैनात शहर के आरके सेंगर को परिवार सहित अगले माह दीवाली पर लखनऊ आना है। सेना की ओर से उनको फ्री वारंट दिया गया। जब उन्होंने सेना की विभागीय इंट्रानेट सिस्टम पर बेगमपुरा एक्सप्रेस स्पेशल में रिजर्वेशन करवाना चाहा, तो परेशान हो गए। विभागीय रिजर्वेशन सिस्टम पर यह ट्रेन तो दिखी ही नही। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी)की वेबसाइट पर उनको पूरा किराया देकर इस ट्रेन में रिजर्वेशन कराना पड़ा।
रेलवे ने जिन पूजा स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत पिछले दिनों केवल एक महीने के लिए की है। उनमें इस तरह की कई विसंगतियां सामने आ रही हैं। खासकर सीमा की ओर वाले स्टेशनों तक जाने वाली ट्रेनों में सेन के जवान, अफसर और जेसीओ फ्री वारंट पर रिजर्वेशन नही करवा पा रहे है। उनको इसके लिए पूरा किराया देना पड़ रहा है। जबकि रक्षा मंत्रालय उनको निशुल्क और रियायत के टिकट हासिल करने की सुविधा परिवार सही देता है। सेना के कई जवानो ने अपनी यूनिट में इसकी शिकायत भी की है। एक बड़ी दिक्कत यह भी हो रही है कि सीमावर्ती कश्मीर जैसे इलाको में तो उनको रेलवे के रिजर्वेशन काउंटर तक जाना पड़ता है। जो कि दूर है। ऐसे में अधिक मांग वाली ट्रेनों की सीट भर जाती है। पूरा किराया देकर भी उनको वेटिंग लिस्ट का टिकट मिल रहा है।
इतना ही नही पूजा स्पेशल ट्रेनों में तत्काल के बराबर का किराया भी लिया जा रहा है। स्लीपर और एसी का किराया लखनऊ मेल जैसी स्पेशल ट्रेनों से अधिक है। ट्रेनों की नही मिलती लोकेशन पूजा स्पेशल ट्रेनों की रियल टाइम लोकेशन नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) पर नही मिल रही है। शून्य नंबर से शुरू होने वाली इन ट्रेनों के लिए यात्री चारबाग़ स्टेशन, लखनऊ जंक्शन,,ऐशबाग और बादशाहनगर स्टेशन पर कई देर तक इंतजार कर रहे है।