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पॉलीटेक्निक परीक्षाएं 25 से, तैयारियां पूरी; प्रदेश में करीब 70 हजार विद्यार्थी होंगे शामिल

लखनऊ में पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा 25 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेंगी सभी परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित होंगी इसके लिए कोरोना संक्रमण को लेकर सभी प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। राजधानी समेत प्रदेश की 150 सरकारी और 19 सहायता प्राप्त संस्थानों के करीब 70 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 06:00 AM (IST)
पॉलीटेक्निक परीक्षाएं 25 से, तैयारियां पूरी; प्रदेश में करीब 70 हजार विद्यार्थी होंगे शामिल
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में पॉलीटेक्निक की परीक्षा 25 सितंबर से शुरू हो रही हैं।

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल में पॉलीटेक्निक की परीक्षाएं 25 से शुरू होंगी। 14 तक चलने वाली परीक्षा को लेकर तैयारियां पूरी हाे गई हैं। प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर पहली बार प्रश्नपत्रोें काे ऑनलाइन संस्थानों तक पहुंचाया जाएगा। डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के सहयाेग से ऑनलाइन पेपर पहुंचाने का टेस्ट भी बीते दिनों पूरा हो गया।

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मोहान रोड स्थित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव ने बताया कि तैयारियां पूरी हो गईं हैं। हीवेट पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ.यूसी वाजपेयी ने बताया कि बाहरी और संस्थान के छात्रों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। लखनऊ पाॅलीटेक्निक के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह की ओर से वरिष्ठ शिक्षक बी घोष को परीक्षा का प्रभारी बनाया गया है। राजकीय व राजकीय महिला पॉलीटेक्निक में भी परीक्षा की तैयारियां पूरी हो गईं हैं। प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव आरके सिंह ने बताया कि नकलविहीन और शारीरिक दूरी के साथ परीक्षा कराने की तैयारी की जा रही है। पहली बार संस्थानों को ऑनलाइन प्रश्नपत्र भेजे जाएंगे जिसका प्रिंट निकालकर संस्थाएं छात्रों को वितरित करेंगी। सुरक्षा के चलते आधे घंटे पूर्व ही प्रश्नपत्रों को प्रिंट किया जा सकेगा। पॉलीटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं 25 सितंबर से शुरू होंगी। अंतिम वर्ष के छात्रों की इस परीक्षा में राजधानी समेत प्रदेश की 150 सरकारी और 19 सहायता प्राप्त संस्थानों के करीब 70 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। राजधानी समेत प्रदेश की सभी संस्थानों में मॉक टेस्ट कराया गया।

 शारीरिक दूरी बनाने की चुनौती भ्री कम नहीं

संसाधनों की कमी और परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने से कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय करने में संस्थानों काे पसीना आ रहा है। राजधानी की कई संस्थानो में क्षमता से कई गुना परीक्षार्थी होंगे। सचिव के सामने इस बारे में चर्चा भी हुई, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। एक संस्थान में तो 300 के स्थान पर 800 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। जगह के साथ ही फर्नीचर की कमी भी संस्थानों की नींद उड़ाए हुए है। राजकीय और सहायता प्राप्त संस्थानों में निजी पॉलीटेक्निक का सेंटर आता है। अपने छात्रों के साथ उनके छात्रों को भी परीक्षा दिलाने की चुनौती होगी। दो और तीन पालियों में परीक्षा होगी। हर पाली के बाद कक्षाओं को सैनिटाइज करने की चुनौती भी कम नहीं है।


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