लखनऊ में विद्यार्थियों से गुलजार हुई पॉलिटेक्निक, कक्षाओं में हुआ कोविड प्रोटोकॉल का पालन
लखनऊ पॉलिटेक्निक में विद्यार्थियों की आमद हुई। मार्च के बाद पहली बार दिखी चहल-पहल। विद्यार्थियों का उत्साह देखने को मिला। सुबह 10 बजे से कक्षाएं शुरू हो गई थी। पढ़ाई से पहले कमरों को सैनिटाइज भी किया गया।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बाद पहली बार लखनऊ पॉलिटेक्निक में विद्यार्थियों की आमद हुई। एक दूसरे से हाल चाल लेते विद्यार्थियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। मास्क व सैनिटाइजर की अनिवार्यता के चलते सभी विद्यार्थी कक्षाओं में इसका पालन करते नज़र आए। थर्मल स्क्रीनिंग और और कक्षाओं को सेनीटाइज करने का कार्य भी चलता रहा। सुबह 10 बजे से कक्षाएं शुरू हो गई थी। पढ़ाई से पहले कमरों को सैनिटाइज भी किया गया।
प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के साथ ही बुधवार को अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी बुलाया गया। कोरोना संक्रमण काल के बाद पहली बार लगी कक्षाओं में सुरक्षा के संसाधनों के साथ पढ़ाई हुई। संस्थान में पहली बार विद्यार्थी नजर आए। विद्यार्थियों ने भी एक दूसरे का हालचाल लिया और पढ़ाई की। शिक्षकों में भी उन्हें पढ़ाने का उत्साह नजर आया।
छात्रावास आवंटन की चुनौती
कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए शासन की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कमरे में भीड़ न करने के साथ ही छात्रावास में एक से अधिक छात्रों को नहीं रखा जा सकता। इसी के चलते विद्यार्थियों को परेशानी भी उठानी पड़ रही है। राजकीय पॉलिटेक्निक 90 फीसद बच्चे बाहर से आते हैं और सभी छात्रावास में रहते हैं। संक्रमण के चलते सभी को छात्रावास आवंटित करना मुश्किल है। ऐसे में विद्यार्थियों को भटकना पड़ रहा है। राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में भी यही दिक्कत है। प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव ने बताया सरकार के बताएं नियमों के तहत ही आवंटन किया जा रहा है। ऐसे में सभी छात्रों को छात्रावास दे पाना संभव नहीं। सुरक्षा कारणों से ऐसा किया जा रहा है।