बलरामपुर हास्पिटल में आरोपितों का मेडिकल कराने आया सिपाही फायरिंग होते ही भाग गया था
बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी में बवाल और खुलेआम गुंडई का मामला। गोलीबारी और मारपीट में चार हमलावरों को भेजा जेल।
लखनऊ, (जेएनएन)। बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार देर रात मारपीट और गोलीबारी के मामले में पुलिस ने चार हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। एक हमलावर ने अनूप ने निशाना बनाकर गोली चलाई थी, लेकिन भीड़ में धक्के से असलहे की नाल ऊपर हो जाने के चलते कई लोगों की जान बच गई। आरोपितों के कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा व एक खोखा व एक जिंदा कारतूस बरामद हुई है। गोली चलते ही आरोपितों का मेडिकल कराने आए सिपाही के साथ कई डॉक्टर और तीमारदार भी भाग खड़े हुए।
पकड़े गए चार नामजद व अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मडिय़ांव थाने के सिपाही असीम की तहरीर पर जानलेवा हमले, आम्र्स एक्ट, सात सीएलए एक्ट समेत आइपीसी की अन्य गंभीर धाराओं में वजीरगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज हुई है। मारपीट के बाद मडिय़ांव पुलिस ने दोनों पक्षों से आधा दर्जन घायलों को थाने के दो सिपाहियों असीम और न्यूटन के जिम्मेदारी पर मेडिकल कराने भेजा था।
इंस्पेक्टर मडिय़ांव पीके सिंह के मुताबिक सिपाही न्यूटन सिंह महानगर स्थित भाऊराव देवरस अस्पताल से तीन घायलों का मेडिकल कराकर उन्हें वापस थाने ले आया। तीन घायलों को असीम मेडिकल कराने बलरामपुर अस्पताल ले गया, जहां दोनों पक्षों से कई इमरजेंसी में कई लोग आ गए और फिर लात-घूसों से जमकर मारपीट शुरू हो गई। इसी बीच एक पक्ष से किसी ने गोली चला दी, जो छत में जा लगी। गोली चलते ही सिपाही असीम जान बचाकर भाग निकला। सोमवार सुबह वजीरगंज थाने की पुलिस ने मारपीट और गोलीबारी के बाद चारों आरोपितों को मौके से गिरफ्तार करने का दावा किया है।