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Ajit Singh Murder Case: पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में जुटी लखनऊ पुलिस, जौनपुर में कई ठिकानों पर दबिश; सुराग नहीं

लखनऊ में अजीत सिंह हत्याकांड के साजिशकर्ता को गिरफ्तार नहीं कर सकी पुलिस अजीत हत्याकांड में अभी कई आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर साक्ष्य संकलन के बाद पुलिस ने कसा बाहुबली पर शिकंजा। हालांकि अभी तक पूर्व सांसद का कोई सुराग नहीं मिल सका है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 04:55 PM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 04:55 PM (IST)
Ajit Singh Murder Case: पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में जुटी लखनऊ पुलिस, जौनपुर में कई ठिकानों पर दबिश; सुराग नहीं
लखनऊ में न्यायालय की तरफ से बाहुबली पूर्व सांसद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुलिस सक्रिय ।

लखनऊ, जेएनएन। मऊ के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की भूमिका उजागर होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। न्यायालय की तरफ से आरोपित धनंजय सिंह का गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुलिस की टीम दबिश दे रही है। हालांकि अभी तक पूर्व सांसद का कोई सुराग नहीं मिल सका है।लखनऊ पुलिस बाहुबली पूर्व सांसद की तलाश में दबिश दे रही है। पुलिस ने बाहुबली के ठिकानों पर भी दबिश दी थी, लेकिन आरोपित वहां नहीं मिला।

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पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने क्राइम ब्रांच और विभूतिखंड थाने की पुलिस को जौनपुर रवाना किया है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द लखनऊ पुलिस धनंजय सिंह को गिरफ्तार कर लेगी। सूत्रों के मुताबिक सीजीएम कोर्ट लखनऊ से गिरफ्तारी वारंट जारी होने की सूचना मिलने के बाद बाहुबली पूर्व सांसद अंडरग्राउंड हो गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात पुलिस ने जौनपुर में संभावित ठिकानों पर दबिश दी थी, लेकिन वहां कोई सफलता नहीं मिली। 

गौरतलब है कि अजीत सिंह हत्याकांड में शुरू से पूर्वांचल के बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम सामने आ रहा था। अजीत की हत्या करने वाले शूटर का इलाज कराने की बात सामने आने के बाद पूर्व सांसद का नाम प्रकाश में आया। पुलिस की छानबीन में पता चला कि पूर्व सांसद अजीत सिंह हत्याकांड में शामिल थे। इसके बाद पुलिस ने साक्ष्य संकलन किया और धनंजय सिंह का नाम इस मुकदमे में शामिल किया। अजीत के दोस्त मोहर सिंह ने आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और वर्तमान में बरेली जेल में बंद अखंड सिंह और मुठभेड़ में मारे गए गिरधारी को नामजद किया था।

पहले भी चर्चित मामलों में आया था धनंजय का नाम

जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम पहले भी कई घटनाओं में सामने आया था। हालांकि, अधिकांश मामलों में धनंजय ने खुद को किनारे कर लिया। अजीत हत्याकांड में भी धनंजय सिंह ने अपने बचाव में कई हथकंडे अपनाए, लेकिन पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर के निर्देश पर छानबीन जारी रही।

लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह के खिलाफ साक्ष्य संकलन शुरू किया और फिर हत्या की साजिश रचने के आरोप में पूर्व सांसद का नाम मुकदमे में बढ़ा दिया। बाहुबली के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद धनंजय सिंह के खेमे में खलबली मची है। धनंजय के करीबी हाइकोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के खिलाफ जाने की बात कह रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि लखनऊ पुलिस के पास धनंजय के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। पुलिस अब आरोपित को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही धनंजय को गिरफ्तार कर न्यायालय के सामने पेश करेगी।

अजीत हत्याकांड में इनकी हो चुकी गिरफ्तारी

अजीत हत्याकांड में पुलिस ने एक शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा को 20 जनवरी को गिरफ्तार किया था। इससे पहले साक्ष्य छिपाने के आरोप में प्रिंस और रेहान को पुलिस ने जेल भेजा था। वहीं, गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके अलावा नामजद आरोपित कुंटू और अखंड पहले से जेल में बंद हैं। यही नहीं, आरोपित बंधन ने पुराने मामले में आजमगढ़ स्थित कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।

इनकी है पुलिस को तलाश

वारदात में शामिल रवि यादव, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर, राजेश तोमर व बंटी उर्फ मुस्तफा अब भी फरार हैं। उधर, मददगार विपुल सिंह का भी अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। इसके अलावा कुछ अन्य लोग भी पुलिस के निशाने पर हैं, जिनकी कुंडली निकाली जा रही है।


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