लूट में पकड़ी गई स्कार्पियो में पुलिसवाले कर रहे थे सैर, मालिक ने GPS से कर दी लॉक
लखनऊ में एक मामले में थाने आई कार में पुलिसवाले दबिश पर लखीमपुर निकल गए मालिक ने जीपीएस से उसे कर दिया लॉक।
लखनऊ, जेएनएन। एक विवाद में बलरामपुर से भाजपा विधायक के करीबी शिक्षक की स्कॉर्पियो थाने क्या पहुंची, गोमतीनगर पुलिस ने उसे ‘मुफ्त का माल’ समझ लिया। मालिक को बिना बताए कार से थाने की एक टुकड़ी कथित दबिश के लिए लखीमपुर रवाना कर दी।
बुधवार सुबह मालिक को जीपीएस में गाड़ी की लोकेशन लखीमपुर में दिखी तो माथा ठनका। विधायक लिखी कार चोरी होने के शक में तुरंत जीपीएस लॉक कर दिया। फिर क्या था, दबिश पर निकले अतिरिक्त इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मी गाड़ी में ही बंद हो गए। इस पर उन्होंने फोन करके प्रभारी निरीक्षक से गुहार लगाई। पोल खुलने के डर से उन्होंने आनन-फानन में गाड़ी मालिक को फोन लगाया। काफी मान-मनौव्वल की, तब लॉक खुला और टीम शहर लौट पाई। सोशल मीडिया पर पुलिस वालों की ‘पिकनिक’ की बात वायरल होने पर पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने इंस्पेक्टर प्रमेंद्र कुमार सिंह को लाइन हाजिर, जबकि अतिरिक्त इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार यादव को निलंबित कर दिया। दबिश में गए अन्य पुलिसकर्मियों पर भी जांच बैठा दी गई है।
यह है मामला
इकाना स्टेडियम के पास रहने वाले राजेंद्र कुमार सिंह जूनियर हाईस्कूल गोंडा में शिक्षक हैं। बलरामपुर में गैंसड़ी क्षेत्र के विधायक शैलेंद्र कुमार सिंह ‘शैलू’ के करीबी राजेंद्र सिंह का बेटा अखंड प्रताप सिंह गोरखपुर में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। अखंड के मुताबिक, उसके साथी आदित्य की स्कॉर्पियो संजय नामक व्यक्ति ने लेकर स्वयं किस्त जमा करने की बात कही थी, लेकिन पांच लाख रुपये तक की किस्तें आदित्य को ही देनी पड़ीं। मंगलवार को आदित्य ने दयाल पैराडाइज चौराहे के पास संजय से अपनी गाड़ी ले ली। इस दौरान अखंड भी आदित्य के साथ था। इस पर संजय ने आदित्य के खिलाफ गोमती नगर थाने में लूट की तहरीर दे दी। पुलिस आदित्य की स्कॉर्पियो (यूपी 32 एचएस 7460) के साथ ही अखंड को भी उसकी स्कॉर्पियो (यूपी 32 केजे 1359) सहित थाने ले आई। शाम छह से देर रात दो बजे तक अखंड को थाने में बैठाया। बाद में अखंड की गाड़ी लेकर दबिश के लिए पुलिस लखीमपुर गई।
अखंड का कहना है कि उसने खुद को विधायक का करीबी बताया। प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ अपनी फोटो भी दिखाई। फिर भी इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मियों ने उससे अभद्रता की। कहा बहुत पहुंच दिखा रहा है। उसे लूट के मुकदमे में फंसाकर बर्बाद करने की धमकी भी दी।
लखीमपुर गई टीम, हो गई लॉक
अखंड ने बताया कि उसने जीपीएस से अपनी गाड़ी चेक की। लोकेशन लखीमपुर में दिखी। उसे लगा गाड़ी चोरी हो गई, इसलिए जीपीएस से लॉक कर दी। पुलिसकर्मी इसी में बंद हो गए। इंस्पेक्टर के मान-मनौवल करने पर पता चला उन्होंने ही पुलिस टीम दबिश के लिए लखीमपुर भेजी थी। अखंड ने थाने में लिखित दिया कि अगर कोई घटना होती है तो पुलिसकर्मी जिम्मेदार होंगे। इंस्पेक्टर ने भी लिखित भरोसा दिलाया कि हम ही जिम्मेदार होंगे।
ऐसे फंसी पुलिस
मालिक को बिना बताए लखीमपुर खीरी ले गए थे कार
घर पहुंचे युवक ने गाड़ी लॉक की तो फंस गए पुलिसकर्मी
इंस्पेक्टर ने मान-मनौव्वल करके खुलवाई गाड़ी