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केजीएमयू के क्वीनमेरी में 15 घंटे बिजली गुल, लिफ्ट खराब-मरीज बेहाल

क्वीनमेरी के पैनल में नमी से शॉर्ट-सर्किट, फीडर का डीओ उड़ा। गर्भवती महिलाओं की घंटों नहीं हो सकी शिफ्टिंग, स्ट्रेचर पर रहे मरीज।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Jul 2018 12:56 PM (IST)Updated: Mon, 30 Jul 2018 12:56 PM (IST)
केजीएमयू के क्वीनमेरी में 15 घंटे बिजली गुल, लिफ्ट खराब-मरीज बेहाल
केजीएमयू के क्वीनमेरी में 15 घंटे बिजली गुल, लिफ्ट खराब-मरीज बेहाल

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। केजीएमयू के क्वीनमेरी में रविवार (29 जुलाई)का दिन मरीजों के लिए बेहद कष्टदायक रहा। यहां भोर में तीन बजे इलेक्ट्रिक पैनल में नमी से शॉर्ट-सर्किट हो गया, जिससे फीडर का डबल पोल ऑपरेशन (डीओ) उड़ गया। इससे पूरे अस्पताल में अंधेरा छा गया। करीब 15 घंटे बिजली गुल रही। वहीं, लिफ्ट सेवा भी दगा दे गई। ऐसे में गर्भवती महिलाओं की शिफ्टिंग नहीं हो पाई। वह इमरजेंसी-ओपीडी एरिया में स्ट्रेचर पर तड़पती रहीं। जनरेटर शुरू होने पर भी लिफ्ट रन नहीं कर सकीं। वहीं भवन में रैंप न होने से गर्भवती महिलाओं को ओटी, आइसीयू व लेबर रूम में शिफ्ट नहीं किया जा सका। शाम पांच बजे बिजली व्यवस्था सुचारू हुई।

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सुबह 10 बजे शुरू हुई एक लिफ्ट:

सात घंटे तक लिफ्ट रन न होने से इमरजेंसी-ओपीडी एरिया में मरीजों की संख्या बढ़ गई। कई मरीजों की हालत गंभीर देखकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। ऐसे में लिफ्ट ठीक करने के लिए टेक्निकल स्टाफ भेजा गया। सुबह 10 बजे मरीजों को पहली मंजिल पर बने लेबर रूम, ओटी व आइसीयू में शिफ्टिंग शुरू की गई। तीमारदार सुमन, बबिता ने बताया कि महिलाएं घंटों परेशान रहीं।

जो लिफ्ट सही वो वीवीआइपी के लिए :

क्वीनमेरी में तीन लिफ्ट हैं। इमरजेंसी, ओटी व आइसीयू के मरीजों को शिफ्ट करने वाली लिफ्ट खराब हो गई। वहीं प्राइवेट वार्ड की लिफ्ट भी बंद हो गई। इससे स्ट्रेचर और व्हीलचेयर से जीने की सीढि़यों से मरीजों को ले जाना संभव नहीं था। अत्यधिक गंभीर मरीजों को परिजनों ने गोदी में लेकर शिफ्ट किया। इसके बावजूद आइवीएफ ओपीडी की तरफ वीआइपी मूवमेंट के लिए रिजर्व की गई लिफ्ट को चालू नहीं किया गया। उस पर ताला पड़ा रहा।

इमरजेंसी-ओपीडी एरिया बना वार्ड:

मरीजों की शिफ्टिंग न होने से ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने गर्भवती महिलाओं का इमरजेंसी ओपीडी एरिया में स्ट्रेचर और व्हीलचेयर पर ही इलाज शुरू कर दिया। इसी पर गर्भवती को ड्रिप चढ़ाई गई, दवाएं दी गईं। इस दौरान भवन में रैंप न होने की कमी भी खली।

क्या कहते हैं केजीएमयू के अभियंता?

- केजीएमयू के विद्युत एवं यांत्रिक अभियंता अखिलेश कुमार का कहना है कि पैनल में शॉर्ट-सर्किट होने से फीडर से डीओ उड़ गया था। ऐसे में रविवार सुबह तीन बजे से शाम पांच बजे तक जनरेटर से विद्युत आपूर्ति की गई। लिफ्ट क्यों खराब थी, यह मुझे नहीं पता। - वहीं, क्वीनमेरी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी जैसवार का कहना है कि बिजली जाने की मुझे जानकारी नहीं है। लिफ्ट खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे सही करा लिया गया।


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