शताब्दी में रातभर फंसे रहे 1200 यात्री, इटावा में आठ घटे खड़ी रही एक्सप्रेस
10 घटे में आगरा पहुंच सकीं ट्रेनें लखनऊ मेल को मिली वरीयता, लेकिन फंस गई एसी एक्सप्रेस।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। इटावा में शुक्रवार शाम ओएचई लाइन टूटने के चलते लखनऊ से कानपुर होकर जाने वाली ट्रेनों पर खासा प्रभाव पड़ा। लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस जहा इटावा में ही आठ घटे खड़ी रही। वहीं, कानपुर होकर रवाना हुई अवध एक्सप्रेस सहित तीन ट्रेनें 10 से 11 घटे में आगरा पहुंची। गोरखधाम एक्सप्रेस की लोकेशन सिस्टम से गायब रही। जबकि वीआइपी ट्रेन लखनऊ मेल को तो रेलवे ने वरीयता दी, लेकिन एसी एक्सप्रेस को बीच में रोक दिया गया।
नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस को इटावा में शुक्रवार शाम 6:20 बजे रोक दिया गया था। यह ट्रेन इटावा में ही रात 1:21 बजे तक खड़ी रही। यहा से रवाना होने के बाद भी ट्रेन को कई जगह रोका गया। सुबह सात बजे ट्रेन 8:50 घटे की देरी से नई दिल्ली पहुंच सकी। रेलवे ने नई दिल्ली से शनिवार को लखनऊ आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के रैक का वैकल्पिक इंतजाम कर लिया था। लिहाजा ट्रेन 12004 नई दिल्ली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस अपने सही समय पर रवाना हुई। गोरखपुर से बाद्रा जाने वाली ट्रेन 19038 अवध एक्सप्रेस रात 10:25 बजे लखनऊ आई थी। इस ट्रेन को चार घटे तक लखनऊ में रोका गया। ट्रेन रात 2:25 बजे रवाना हो सकी। सुबह 11:30 बजे अवध एक्सप्रेस आगरा पहुंची। इसी तरह ट्रेन 13239 कोटा पटना एक्सप्रेस निहालगढ़ तो चार मिनट पहले आ गई थी। यह ट्रेन रात 12:38 बजे लखनऊ से रवाना हुई और सुबह 10:10 बजे आगरा पहुंच सकी। छह घटे की यात्रा ट्रेन ने 10 घटे में पूरी की।
लखनऊ से रात 1:20 बजे मरुधर एक्सप्रेस को रवाना किया गया। यह ट्रेन रात 11:48 बजे आगरा पहुंच सकी। टेन 12225 कैफियात एक्सप्रेस रात 2:18 बजे लखनऊ जंक्शन से रवाना हुई। जबकि यह सुबह 11:41 बजे अलीगढ़ पहुंच सकी। दिल्ली पहुंचने तक यह टेन 7:30 घटे तक रोकी गई। गोरखधाम एक्सप्रेस को कानपुर की जगह मुरादाबाद के रास्ते नई दिल्ली रवाना किया गया। यह ट्रेन शाम 5:03 बजे हिसार पहुंची। हिसार से पहले ट्रेन की लोकेशन ही रेलवे ने फीड नहीं की। लखनऊ मेल को रेलवे ने वरीयता पर चलाया।