लखनऊ की सड़कों पर अब सुरक्षित होगा सफर, तय हो गई वाहनों की नई गति सीमा
कमेटी ने वाहनों की गति सीमा तय की, एलडीए व नगर निगम सीमा में 40 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी गति।
लखनऊ,[अजय श्रीवास्तव]। अगर हम वाहन से आगे भागने की कोशिश नहीं करेंगे और ओवरटेक से बचेंगे तो लखनऊ में सड़क दुर्घटना में कमी आ सकती है। सुरक्षित सफर तय करने के लिए लखनऊ की सड़कों पर वाहन को दौडऩे की गति में आंशिक संशोधन किया गया है। कुछ सड़कों पर गति सीमा को पांच से आठ किलोमीटर तक घटाया गया है। बढ़ती वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दी है। यातायात पुलिस ने वाहनों की गति सीमा को जारी कर दिया है। नगर निगम, लोकनिर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को गति सीमा के नए बोर्ड लगाने को कहा गया है। नगर निगम व एलडीए की सीमा में 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार रखी गई है।
आसपास के जिलों से लखनऊ को जोडऩे वाले सभी मार्गों को इसमे शामिल किया गया। मई से चल रहे परीक्षण के बाद ही कमेटी ने वाहनों की गति सीमा तय की है। इस कमेटी में नगर निगम, लोकनिर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एलडीए, यातायात पुलिस आरटीओ और नगर निगम के अधिकारी शामिल थे।
'बढ़ती सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए उच्च ïस्तरीय आदेश पर नगर निगम, लोकनिर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एलडीए, यातायात पुलिस आरटीओ और नगर निगम के अधिकारियों की कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने सड़क पर यह परीक्षण किया कि उस पर वाहन की गति सीमा कितनी रखी जाए। कुछ सड़कों पर गति सीमा को पांच से आठ किलोमीटर तक कम किया गया है। गति सीमा की संशोधित सूची तैयार हो गई है। जिस विभाग की सड़कें हैं, उनसे कहा गया है कि वह नई गति सीमा के बोर्ड लगा दें। इसके बाद सभी विभाग मिलकर सड़कों पर गति सीमा तय कराने के लिए निरीक्षण करेंगे। वाहन की अधिक गति पाए जाने पर मौके पर ही चालान किया जाएगा।
राजधानी में दुर्घटना वाले स्थल
शहीद पथ, समता मूलक चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा, टेढ़ी पुलिया, सीतापुर रोड पर भिठौली, छठा मील, दुबग्गा, गोमतीनगर में पिकप पुल, आइआइएम रोड, रायबरेली रोड उतरेटिया, फैजाबाद रोड पर कमता तिराहा
लखनऊ में पांच साल मे हादसे
वर्ष हादसे घायल मृतक
2014 1303 805 546
2015 1393 882 580
2016 1519 973 652
2017 1539 917 642
2018 जनवरी से 15 सितंबर तक
1131 707 421