UP में गरमाया महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या का मामला, CM योगी ने की उद्धव ठाकरे से बात
Palghar Mob Lynching महाराष्ट्र के पालघर में हिंसक भीड़ के हाथों मारे गए संत सुशील गिरि सुलतानपुर जनपद के पीपी कमैचा ब्लाक के रहने वाले थे।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देशभर में लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र पालघर में मॉबलिंचिग की घटना के कारण उत्तर प्रदेश में भी माहौल गरमा गया है। दो साधुओं की हत्या पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने जहां महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बात की है, वहीं महंत नरेंद्र गिरि ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
महाराष्ट्र के पालघर में हिंसक भीड़ के हाथों मारे गए संत सुशील गिरि सुलतानपुर जनपद के पीपी कमैचा ब्लाक के रहने वाले थे। उनकी मौत की सूचना से घर पर मातम छाया हुआ है। गांव में में शोक की लहर है। वह वैराग्य लेने के बाद गांव नहीं लौटे, लेकिन गांव के लोगों का उनके पास जाना होता ïथा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने की उद्धव ठाकरे से वार्ता
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की हत्या पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताने के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से वार्ता कर इस मामले में दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। इसके साथ ही उन सभी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
मुख्यमंत्री ने इस बाबत ट्वीट किया है। पालघर,महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हेतु आग्रह किया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं तथा शेष को चिन्हित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
संतों की हत्या की सीबीआई जांच की मांग
प्रयागराज में स्वामी वासुदेवानंद ने की पालघर में संतों की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग है। महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो संतों और उनके गाड़ी चालक की हत्या के मामले में श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद ने सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि संतों की पुलिस की मौजूदगी में हत्या निंदनीय है। अब महाराष्ट्र सरकार दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करे नहीं तो लापरवाही उसके लिये घातक होगी। उन्होंने इसके साथ ही केंद्र सरकार से मांग की है कि इस घटना की सीबीआई जांच हो।
पालघर में संत सुशील गिरी हत्या से सुलतानपुर में मातम
महाराष्ट्र के पालघर में मॉब लिंचिंग का शिकार बने संत सुशील गिरि सुलतानपुर जनपद के पीपी कमैचा ब्लाक के रहने वाले थे। उनकी मौत की सूचना से घर पर मातम छाया हुआ है। गांव में में शोक की लहर है। संत सुशील गिरि का बचपन का नाम शिवनारायण उर्फ दुबे था। घर वालों के मुताबिक 1997 में वह घर छोड़ कर संतों का सानिध्य में आ गए थे।
इसके कुछ वर्षों बाद वह अपने घर भी आये थे, जहां परिवारजन ने बहुत समझाया बुझाया, परन्तु नहीं माने। वह फिर संतों के पास चले गए। इसके बाद में दूसरे-तीसरे वर्ष अपनी मां का हाल चाल लेने कभी भी घर पर आते जाते थे। वह पांच भाइयों में सबसे छोटे थे। इनके भाइयों में कपिलदेव दुबे, दयाशंकर दुबे, दीप नारायण दुबे, शेषनारायण दुबे हैं। पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है। माता ने कहा कि उनके पुत्र की हत्या के मामले में हमको न्याय मिलना चाहिए।
महाराष्ट्र के सीएम बोले- गलतफहमी में हुआ हमला
पालघर में में दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या मामले में महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि गलतफहमी में साधुओं पर हमला हुआ। इस घटना को मजहबी रंग देने की कोशिश न करें। इस पूरे मामले पर मेरी गृहमंत्री अमित शाह से बातचीत हुई है. ठाकरे ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले को मजहबी रंग देने की कोशिश न करें। हम दोषियों को नहीं छोड़ेंगे। कुछ लोग इसे हिंदू-मुस्लिम रूप देना चाहते हैं। यह मजहब की बात नहीं है। हमने दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और इस मामले की जांच के लिए एडीजी क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी को नियुक्त किया है। वह मामले की जांच कर रहे हैं।