Barabanki Accident News: यूपी में चेकिंग दस्ते और डग्गामार सिंडीकेट की गठजोड़ से दौड़ती हैं ओवरलोड बसें, पिकअप वाहन में भी ओवरलोडिंग
बाराबंकी में जो बस हादसे का शिकार बनी उसमें 85 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी लेकिन लुधियाना और हरियाणा के पलवल से 135 लोगों को बैठाया गया। यह बस ओवरलोड थी। इसका टायर एक बार पंचर हो गया था जबकि दूसरी बार एक्सल टूट गया था।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। जिस समय यूपी में सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा था, उस समय परिवहन विभाग और निजी बसों के सिंडीकेट का खेल चल रहा था। इस खेल के चलते ही लुधियाना और पलवल से 135 यात्रियों को लेकर निजी बस पंजाब और हरियाणा होते हुए यूपी की सड़कों पर दौड़ती रही। पिछले कुछ दिनों से हरियाणा के नंबरों वाले पिकअप वाहन में भी 40 से 50 श्रमिक गुजरते रहे, लेकिन इन पर परिवहन विभाग के चेकिंग दस्ते की नजर तक नहीं पड़ी।
बाराबंकी में जो बस हादसे का शिकार बनी, उसमें 85 यात्रियों के बैठने की क्षमता थी, लेकिन लुधियाना और हरियाणा के पलवल से 135 लोगों को बैठाया गया। यह बस ओवरलोड थी। इसका टायर एक बार पंचर हो गया था, जबकि दूसरी बार एक्सल टूट गया था। पिछले कुछ दिनों से लगातार ओवरलोडिंग वाहन लखनऊ की ओर आ रहे हैं। यहां से यह वाहन पूर्वांचल होकर बिहार जाते हैं। परिवहन विभाग के टिकट चेकिंग दस्ते का काम ओवरलोडिंग सहित यातायात के अन्य नियमों को तोडऩे वालों पर कार्रवाई करना है, लेकिन विभाग का चेकिंग दस्ता सिर्फ कागजों पर ही जांच कर रहा है। अब विभाग अपनी गलतियां छिपाने के लिए बस के परमिट और अनुमति को लेकर जांच करने में जुट गया है, लेकिन अधिकारी उनके विभाग की मिलीभगत और डग्गामारी करने वाले सिंडीकेट का सच बताने को तैयार ही नहीं हैं।
लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर 27 जुलाई की रात हुए भीषण हादसे में 18 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा पुलिस ने एआरटीओ प्रवर्तन राहुल श्रीवास्तव की तहरीर पर दर्ज किया है। जिसमें बस व ट्रक के चाल व मालिक सहित टोलकर्मियों को शामिल किया गया है। वहीं जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह ने एनएचएआइ के अधिकारियों को तहसील में बुधवार सुबह बुलाकर कड़ी नाराजगी जताई और स्पष्टीकरण तलब किया है।