Move to Jagran APP

अनुपूरक बजट पर राम गोविंद ने कहा, राम राम जपना, पराया काम अपना Lucknow News

विधान सभा सत्र अनुपूरक बजट का विपक्ष ने किया विरोध। कहा मुलायम सिंह यादव मायावती और अखिलेश यादव की सरकार में हुए काम को मुख्यमंत्री अपना काम बता रहे हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 09:43 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 08:08 AM (IST)
अनुपूरक बजट पर राम गोविंद ने कहा, राम राम जपना, पराया काम अपना Lucknow News
अनुपूरक बजट पर राम गोविंद ने कहा, राम राम जपना, पराया काम अपना Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। विधान सभा में बुधवार को अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने नेता सदन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण का मखौल उड़ाया। विपक्ष के सभी नेताओं ने अनुपूरक बजट का विरोध किया। राम-राम जपना, पराया काम अपना, मुहावरा गढ़ते हुए नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि जो काम मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव की सरकार में हुए उसे भी मुख्यमंत्री अपना काम बताते हैं। चौधरी ने कहा कि नेता सदन का भाषण ढपोरशंखी और उबाऊ है। 

loksabha election banner

बुधवार को विधान सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो घंटे से अधिक अनुपूरक बजट पर बोला। राम गोविंद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री वित्त मंत्री का हक छीनकर भाषण देते हैं। सरकार मूल बजट का 50 फीसद भी खर्च नहीं कर पाई इसलिए अनुपूरक बजट का कोई औचित्य नहीं था। अभी तक 2019-20 के कुल बजट की 22 प्रतिशत स्वीकृति जारी हुई और सिर्फ 18 प्रतिशत खर्च हो सका है। चौधरी ने कहा कि नेता सदन बजट पर बोले ही नहीं और भाषण में कुंभ का बखान कर रहे हैं।

अखिलेश सरकार में कुंभ में आठ सौ करोड़ रुपये खर्च हुए जबकि अद्र्धकुंभ में इस सरकार ने 3200 करोड़ रुपये खर्च किये। उन्होंने अद्र्धकुंभ को कुंभ नाम दिये जाने पर कहा कि सरकार ने कुंभ की गरिमा खत्म की और सनातन धर्म व ह‍िंंदुओं का अपमान किया है। मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार बहुमत की बात किये जाने पर चौधरी ने कहा कि यह बहुमत जनता का नहीं ईवीएम माता का कमाल है। अगर बैलेट पेपर से चुनाव होता तो भाजपा की जमानत जब्त हो जाती। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सरकार की उपलब्धियां गिनानी शुरू की। चौधरी ने कहा कि सरकार का इकबाल खत्म हो गया है। एंटी रोमियो स्क्वाड के सिपाही ने ही महिला सिपाही के साथ दुष्कर्म किया। 

मिथ्या प्रचार के जरिये ब्रांडिंग करने में भाजपा नंबर वन : लालजी वर्मा 

नेता बसपा लालजी वर्मा ने कहा कि सरकार की योजना में कमजोरी और सोच में पारदर्शिता न होने से इतनी जल्दी अनुपूरक बजट लाना पड़ा। इस सरकार में दिखावा बहुत है। मिथ्या प्रचार के जरिये ब्रांडिंग करने में भाजपा सरकार नंबर वन है। सीएम ने ढाई घंटे बोला लेकिन यह नहीं बता पाये कि अनुपूरक बजट क्यों लाये। उन्होंने छात्रवृत्ति में अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ भेदभाव करने का सरकार पर आरोप लगाया। वर्मा ने कहा कि कांशीराम शहरी आवास योजना में मकान तैयार हैं लेकिन आवंटन नहीं हो रहा है। 

अनुपूरक बजट पूरी तरह लोक लुभावन : आराधना मिश्र 

कांग्रेस दल की उपनेता आराधना मिश्र ने कहा कि मूल बजट का 25 फीसद से भी कम खर्च किया गया। अनुपूरक बजट पूरी तरह लोक लुभावन है। वास्तविकता से परे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को पूरा करने की इच्छा शक्ति नहीं है। उन्होंने शौचालय की राशि बढ़ाकर 25 हजार रुपये किये जाने और नये विधायकों को आवास के लिए प्लाट आवंटित करने की मांग की। 

पिछड़ों के कल्याण के लिए सरकार अग्रणी : नीलरतन 

अपना दल एस के नेता नीलरतन पटेल ने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि पिछड़ों के कल्याण के लिए एनडीए हमेशा अग्रणी है। याद दिलाया कि सरकार ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कर हितैषी होने का प्रमाण दे दिया है। 

किसी चौहान को मुख्यमंत्री बनाते तो कोई बात होती 

अनुपूरक बजट के औचित्य पर बसपा दल नेता लालजी वर्मा और सदस्य सुखदेव राजभर चर्चा करते हुए पिछड़ों की उपेक्षा का जिक्र कर रहे थे। इस बीच अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि इस सरकार ने फागू चौहान को राज्यपाल बना दिया। इस पर लालजी वर्मा ने कहा कि किसी चौहान को अगर मुख्यमंत्री बना दिये होते तो बात भी बनती। राज्यपाल की स्थिति तो सब जानते हैं। 2017 के चुनाव से पहले आप लोग केशव प्रसाद मौर्य को आगे किये थे लेकिन मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तो किसी और को मौका मिल गया। 

बचत के साथ राजस्व की हो रही बढ़ोत्तरी : राजेश अग्रवाल 

वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बचत के साथ राजस्व में भी बढ़ोत्तरी कर रही है। उन्होंने अनुपूरक बजट लाने के औचित्य पर नियमों का हवाला दिया। कहा, अनुपूरक बजट में नई मद ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में चार लाख 28 हजार करोड़ के बजट में तीन लाख 90 हजार 752 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस पर हस्तक्षेप करते हुए लालजी वर्मा ने कहा कि मूल बजट से 38 हजार करोड़ रुपये कम व्यय हुए हैं। अग्रवाल का कहना था कि यह सरकार की मितव्ययिता है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.