उत्तर प्रदेश में 22 अप्रैल तक भरे जाएंगे हज यात्रा के आनलाइन आवेदन, 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग नहीं हो पाएंगे शामिल
हज यात्रा के लिए दो साल बाद सऊदी अरब सरकार ने इजाजत दे दी है। भारतीय मुसलमानों के लिए भी यह रमजान में किसी तोहफे से कम नहीं हैं।साल 2020 में कोरोना का कहर शुरू होने के बाद सऊदी सरकार ने हज यात्रा पर रोक लगा दी थी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो । हज यात्रा के लिए हज कमेटी आफ इंडिया मुंबई की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन पत्र 22 अप्रैल तक भरे जा सकते हैं। वेबसाइट नौ अप्रैल से खुल चुकी है। 30 अप्रैल, 2022 को जो आवेदक 65 वर्ष से अधिक आयु के होंगे वह इस बार हज यात्रा नहीं कर पाएंगे।
इसका असर ऐसी महिलाओं पर भी पड़ेगा जिनके महरम 65 वर्ष से अधिक आयु के हैं उनकी हज यात्रा निरस्त हो जाएगी। 70 वर्ष से अधिक आयु के हज यात्रियों के साथ सहयोगी के रूप में आवेदन करने वाले हज आवेदकों पर भी इसका असर पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के सचिव एवं कार्यपालक अधिकारी राहुल गुप्ता ने बताया कि नए दिशा-निर्देशों के अनुसार आवेदकों के पासपोर्ट की वैद्यता 31 दिसंबर, 2022 तक अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जो हज आवेदक नए दिशा-निर्देशों के अनुसार अपना आवेदन निरस्त कराना चाहते हैं, वह करा सकते हैं।
सचिव ने बताया कि 30 अप्रैल, 2022 को जो आवेदक 65 वर्ष से कम आयु के होंगे वह ही इस बार हज यात्रा कर सकेंगे। सऊदी अरब पहुंचने वाले हज यात्रियों को अपने देश से यात्रा आरंभ करने के 72 घंटे के भीतर की कोविड-19 की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जमा करनी जरूरी है।
कोवीशील्ड और कोवैक्सीन का टीका मान्य : सऊदी सरकार ने अपनी घोषणा में कहा है कि दुनिया से आने वाले सभी हज यात्री स्वास्थ्य संबंधी सावधानी बरतें। सभी यात्रियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना अनिवार्य है। राहत की बात ये है सऊदी सरकार ने फाइजर के साथ ही कोवीशील्ड और कोवैक्सीन को भी मान्यता दी है। हज यात्रियों को सऊदी अरब पहुंचकर टीकाकरण का सर्टिफिकेट दिखाना होगा। 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी जरूरी है।
65 साल से ज्यादा उम्र वाले इस बार भी नहीं जा पाएंगे : इस साल हज होने के बाद भी उन बुजुर्गों को मायूसी होगी जिनकी उम्र 65 साल से अधिक हैं। इन्हें सऊदी सरकार ने इजाजत नहीं दी है।