वाराणसी से पीएम मोदी को एक किमी लंबा शिकायती पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कुछ बड़ी समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराने को वाराणसी के बीटेक के छात्र चार्ट पेपर पर एक किलोमीटर लंबा शिकायती पत्र तैयार करा रहे हैं। पत्र पूरा होने पर प्रधानमंत्री को प्रेषित किया जाएगा। यह अभियान चलाने वाले बी-टेक
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी की कुछ बड़ी समस्याओं की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराने को वाराणसी के बीटेक के छात्र चार्ट पेपर पर एक किलोमीटर लंबा शिकायती पत्र तैयार करा रहे हैं। पत्र पूरा होने पर प्रधानमंत्री को प्रेषित किया जाएगा। यह अभियान चलाने वाले बी-टेक के छात्रों को यकीन है कि इस शिकायती पत्र को पढऩे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनका कार्यालय वाराणसी के विकास के प्रति योजनाओं में संशोधन करने के साथ विकास कार्यों की गति भी तेज करेगा।
शहर की समस्याओं को लेकर अब तक स्थानीय प्रशासन व राज्य सरकार के प्रयासों से क्षुब्ध बी-टेक के छात्रों ने 'शुरुआत' नामक संस्था के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान चलाया है। इसके तहत छात्र, आम लोगों की शिकायत उन्हीं के हाथों चार्ट पेपर पर अंकित करवा रहे हैं। इस पर नाम, पता व मोबाइल नंबर भी अंकित कराया जा रहा है। इस संस्था के पदाधिकारियों का दावा है कि अब तक करीब चार सौ मीटर लंबी शिकायतों का खर्रा तैयार हो गया है। इसमें करीब एक हजार लोगों ने अपने हस्ताक्षरों के साथ काशी के बदतर हालात के बारे में अपनी लिखित शिकायतें दर्ज की हैं। इस संस्था के अध्यक्ष कुशाग्र श्रीवास्तव ने बताया एक किलोमीटर तक शिकायत पूरी होने पर इस पत्र को पीएम नरेंद्र मोदी के पास भेजा जाएगा।
इसे पहले प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय ले जाएंगे, यदि वहां लेने से इन्कार किया गया तो शिकायती पत्र को दिल्ली स्थित पीएमओ भेजा जाएगा। एक किमी लंबे शिकायती पत्र में ज्यादातर शिकायतें स्थानीय प्रशासन अथवा उत्तर प्रदेश सरकार के कामकाज से जुड़ी हैं। जिस गति से यह अभियान चल रहा है, उस हिसाब से एक किलोमीटर लंबे शिकायत पत्र को पूरा करने में यहां कम से कम छह माह लगेंगे।
शिकायत करने को उमड़ी भीड़
सिगरा के शहीद उद्यान पार्क में कल से अभियान का शिविर लगा। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने शिकायत की। कुशाग्र ने बताया कि संस्था में 50 सदस्य हैं। अधिकतर इलाहाबाद में बी-टेक की पढ़ाई करते हैं। सप्ताह में एक-दो दिन आकर काशी में हस्ताक्षर अभियान चलाते हैं। चार माह से अभियान चल रहा है। बीएचयू, शहीद उद्यान, सिगरा स्टेडियम समेत अन्य स्थानों पर 50 शिविर लगाकर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।
ट्रैफिक जाम, बड़ा झाम
एक किमी लंबे शिकायती पत्र में ज्यादातर शिकायतें स्थानीय प्रशासन अथवा प्रदेश सरकार के कामकाज से जुड़ी हैं। इनमें बिजली, सीवर, सड़क, पानी, नाली, खड़ंजा व कानून-व्यवस्था आदि को लेकर शिकायतें दर्ज की गई हैं। अशोक मिश्र ने ट्रैफिक समस्या को लेकर लिखा है-बनारस में रोज जाम लगता है। यह बड़ा झाम है। विकास कार्य मनमानी ढंग से हो रहा है। सड़क खोदने के बाद उसे बनाया नहीं जा रहा, अतिक्रमण हटाया नहीं जा रहा। इसी क्रम में रवींद्र ने शहर में एलईडी लाइट वितरण करने की मांग करते हुए दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलने की शिकायत की। दिनेश यादव व नवीन ने पार्क और स्टेडियम उपयुक्त नहीं होने की शिकायत की है।