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कानपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों की बाधा दौड़, हर रोज डेढ़ घंटे का ब्लाक

लखनऊ-जैतीपुर रेल खंड के बाद अब उत्तर रेलवे गंगा पुल और ऋषिनगर केबिन के मध्य पटरी बिछाने जा रहा है। हर रोज डेढ़ घंटे के ब्लाक में नई पटरियां बिछाई जाएंगी।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 06:22 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 10:32 PM (IST)
कानपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों की बाधा दौड़, हर रोज डेढ़ घंटे का ब्लाक
कानपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों की बाधा दौड़, हर रोज डेढ़ घंटे का ब्लाक

लखनऊ (जेएनएन)। लखनऊ से झांसी, आगरा और मेरठ, कानपुर-लखनऊ, कानपुर-इलाहाबाद रेल रूटों पर ट्रेनों से चलना मुश्किल भरा होगा। कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर ट्रेनों की लेटलतीफी कायम है। लखनऊ-जैतीपुर रेल खंड पर पटरी बदलना, इलाहाबाद जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशन यार्ड रीमॉडलिंग भी होनी है। लखनऊ-जैतीपुर रेल खंड के बाद अब उत्तर रेलवे गंगा पुल और उन्नाव के मध्य पटरी बिछाने जा रहा है। यहां हर रोज डेढ़ घंटे के ब्लाक में नई पटरियां बिछाई जाएंगी। लूप लाइन को भी खत्म करके उन्हें मुख्य लाइनों से जोड़ा जाएगा जिससे कि ट्रेनों की रफ्तार कम न पड़े। 

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10 ट्रेनें कल निरस्त

राजधानी लखनऊ से झांसी, आगरा और मेरठ की तरफ का सफर 10 अगस्त को मुश्किल भरा होगा। रेलवे मानकनगर से ऐशबाग के बीच नई रेल लाइन पर नॉन इंटरलॉकिंग करेगा। इसके चलते लखनऊ-आगरा इंटरसिटी सहित 10 ट्रेनें निरस्त रहेंगी। जबकि शताब्दी एक्सप्रेस सहित चार ट्रेनें लखनऊ जंक्शन की जगह चारबाग स्टेशन से चलेंगी। रेलवे 10 अगस्त को जिन ट्रेनों को निरस्त करेगा उनमें 12179/80 लखनऊ-आगरा इंटरसिटी, 11109/10 लखनऊ-झांसी इंटरसिटी, 22453/54 मेरठ राज्यरानी एक्सप्रेस, 22531/32 छपरा-मथुरा एक्सप्रेस, 64253 लखनऊ-कल्याणपुर मेमू और 64271 बाराबंकी-लखनऊ जंक्शन मेमू शामिल हैं। 

लखनऊ स्टेशन आएंगी यह ट्रेनें 

12512 त्रिवेंद्रम गोरखपुर एक्सप्रेस, 12511 गोरखपुर-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस, 12542 एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस और 12004 नई दिल्ली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन के स्थान पर चारबाग स्टेशन पर आएंगी। जबकि ट्रेन 12003 शताब्दी एक्सप्रेस चारबाग स्टेशन से ही रवाना होगी। 

ऐशबाग व गोमतीनगर में निरस्त होंगी यह ट्रेनें

ट्रेन 15203 बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस लखनऊ जंक्शन की जगह ऐशबाग में ही निरस्त हो जाएगी। जबकि 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस भी ऐशबाग से रवाना होगी। ट्रेन 12531 गोरखपुर-लखनऊ जंक्शन इंटरसिटी एक्सप्रेस गोमतीनगर स्टेशन पर निरस्त होगी। जबकि, ट्रेन 12532 लखनऊ जंक्शन-गोरखपुर इंटरसिटी गोमतीनगर स्टेशन से गोरखपुर को वापस रवाना होगी। 

 कानपुर-लखनऊ रूट पर ट्रेनों का दबाव ज्यादा 

दिल्ली, मुंबई और गोरखपुर की ट्रेनों का दबाव कानपुर-लखनऊ रूट पर ज्यादा है। उन्नाव के रास्ते प्रयाग और वाराणसी की ट्रेनें भी पास होती हैं। सीमित ट्रैक होने से ट्रेनें अक्सर स्टेशन आउटर पर फंस जाती हैं। या फिर लूप लाइन पर लाकर लोको पायलट ट्रेन खड़ी कर देता है। सबसे ज्यादा दुश्वारी गंगा पुल से उन्नाव व सोनिक के बीच होती जहां लूप लाइन की संख्या का ज्यादा है। ट्रेनों की इस बाधा को खत्म के लिए लूप लाइन को मेन लाइन में तब्दील किया जाएगा। ट्रैक परिवर्तन में 52 किग्रा की पटरी हटाकर 60 किग्रा की पटरी बिछाई जा रही जिससे ट्रेनों को उनकी रफ्तार बढ़ेगी। अगस्त माह में ही नई पटरियों को बिछा देने का लक्ष्य है।

ब्लाक, ब्रेक और कॉशन पर काम 

गंगाघाट पुल के बाद ट्रेनें लूप लाइन की चलते शुक्लागंज क्रासिंग से उन्नाव के मध्य ज्यादा पिटती हैं। 110 किमी की रफ्तार न देते हुए ट्रेनें 30-40 किमी के कॉशन से चलाई जाती हैं। पुल पर ट्रेन को रोक या कॉशन दिया जाता है। इसे खत्म करने के लिए पटरियों को नए सिरे से बिछाने का कार्य किया जा रहा है। पीडब्ल्यूआई विकास कुमार ने बताया कि 60 किग्रा की पटरियां बिछाई जानी है। गंगा रेलवे पुल से कार्य शुरू कराने की तैयारी है। एक माह में पटरियों का कार्य पूरा किया जाना है।

इलाहाबाद-कानपुर यार्ड की रीमॉडलिंग

ट्रेनों का संचालन बेहतर करने के दावे के साथ इलाहाबाद जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशन के यार्ड की भी रीमॉडलिंग होगी। इस साल के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा। इलाहाबाद जंक्शन से सूबेदारगंज स्टेशन के बीच डाउन मेन लाइन और तीसरी लाइन में अभी तक एक साथ दो ट्रेनों को नहीं लिया जा सकता है। इसके लिए यार्ड में क्रॉस ओवर लगाने की जरूरत है। इसके लगने पर यह काम आसान हो जाएगा। रीमॉडलिंग के तहत कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर दो-तीन का विस्तार किया जा रहा है, ताकि 24 डिब्बे की ट्रेन को आसानी से लिया जा सके।

ट्रेनों का संचालन बेहतर होगा

अभी अगर प्लेटफार्म नंबर दो या तीन पर कोई 24 डिब्बे की ट्रेन खड़ी होती है तो एक नंबर प्लेटफार्म पर 24 कोच की गाड़ी को लेने में परेशानी होती है। यार्ड की रीमॉडलिंग से यह समस्या दूर हो जाएगी। दिल्ली एंड पर चार क्रॉस ओवर और लखनऊ एंड पर एक क्रॉस ओवर लगने से ट्रेनों का संचालन बेहतर हो जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि इलाहाबाद और कानपुर रेलवे स्टेशन की इसी वर्ष रीमॉडलिंग हो जाएगी। इससे ट्रेनों का बेहतर संचालन होने के साथ लेटलतीफी पर भी प्रभाव पड़ेगा। आउटर पर ट्रेनों की खड़ी होने की समस्या भी दूर हो जाएगी।

जंक्शन पर बढ़ेगा सर्कुलेटिंग एरिया

इलाहाबाद जंक्शन के यार्ड की रीमॉडलिंग के तहत प्लेटफार्म नंबर-11 के सिग्नल समेत कई काम होने हैं। नया प्लेटफार्म सितंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। कुंभ से पहले यहां से ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। नया प्लेटफार्म बनने पर यात्री अपने वाहन से प्लेटफार्म तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा जंक्शन पर सर्कुलेटिंग एरिया भी बढ़ जाएगा। सिविल लाइंस साइड में गाडिय़ां खड़ी करने की दिक्कत भी कम हो जाएगी। 


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