टाइपिस्ट बाबा कृष्ण कुमार ने कहा- नहीं चाहिए कोई सुरक्षा
दारोगा के दुव्र्यवहार के कारण चर्चा का विषय बने लखनऊ के बुजुर्ग टाइपिस्ट कृष्ण कुमार ने अपनी सुरक्षा लौटा दी है। करीब एक हफ्ते बाद गोमतीनगर के अपने आवास से जीपीओ तक कृष्ण कुमार एक रिक्शा पर अपनी साइकिल लादकर बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के पहुंचे।
लखनऊ। दारोगा के दुव्र्यवहार के कारण चर्चा का विषय बने लखनऊ के बुजुर्ग टाइपिस्ट कृष्ण कुमार ने अपनी सुरक्षा लौटा दी है। करीब एक हफ्ते बाद गोमतीनगर के अपने आवास से जीपीओ तक कृष्ण कुमार एक रिक्शा पर अपनी साइकिल लादकर बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के पहुंचे।
लखनऊ जीपीओ प्रांगण के बाहर टाइपिंग का काम करने वाले कृष्ण कुमार जब एक हफ्ते बाद अपने कार्यस्थल पर लौटे तो उनसे मिलने वालों की भीड़ जुट गई। खैनी ठोंकते हुए कृष्ण कुमार ने कहा कि हमको सरकार की कोई सुरक्षा नहीं चाहिए। यह एक बड़ा सिरदर्द है। उन्होंने कहा कि हम बिना सुरक्षा के ही ठीक है। सुरक्षा लेकर आज तक कोई भी सुरक्षित नहीं रह पाया है। उन्होंने कहा कि अब उम्र के इस पड़ाव पर हमको किसी भी सहारे की जरूरत नहीं है। हमको सीएम ने न्याय दिलाने के साथ ही सम्मान दिया, यह हमारे लिए काफी है। कुछ अस्वस्थ होने के कारण कमजोरी महसूस कर रहे कृष्ण कुमार आज रिक्शा पर अपनी साइकिल लादकर जीपीओ पहुंचे थे। उनका अधिकांश समय लोगों से बात करने में ही बीत रहा है।