अब Lucknow को चमकाएंगे Odisha के कर्मचारी
असोम के सफाई कर्मियों के जाने की वजह से लखनऊ की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इसके लिए अब ओडिशा की कंपनी रखी जाएगी।
लखनऊ[अजय श्रीवास्तव]। पटरी से उतर चुकी शहर की सफाई व्यवस्था को सुधारने में ओडिशा के सफाईकर्मी मददगार साबित होंगे। ओडिशा की एक निजी कंपनी से प्रथम चरण में आठ सौ सफाई कर्मचारियों की आपूर्ति की जाएगी, जो घर-घर से कूड़ा एकत्र करने का काम करेंगे।
अभी तक असोम के सफाई कर्मचारियों के भरोसे ही शहर के अधिकांश इलाकों की सफाई व्यवस्था चल रही है, लेकिन इन कर्मियों के अचानक अपने प्रदेश जाने से पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है। चुनाव के बाद असोम से लौटे अधिकांश कर्मी नागरिकता साबित करने के लिए 25 मई से फिर असोम जाने लगे हैं। इससे शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित होने लगी है। असोम से जुड़े सफाईकर्मियों के जाने से हो रही परेशानी को देखते हुए नगर निगम ने कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही मेसर्स ईको ग्रीन से वैकल्पिक इंतजाम करने के लिए कहा था।
दरअसल, हाईकोर्ट ने भी कूड़ा प्रबंधन का काम ठीक से न करने वाली कंपनी को बदलने का आदेश दिया था। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी लखनऊ के एक कार्यक्रम में कूड़ा प्रबंधन बेहतर न होने पर टिप्पणी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शहर में कूड़े का उठान ठीक से न होने पर नाराजगी जता चुके हैं।
पूरे शहर में बिछा है असोम के कर्मियों का जाल : शहरवासी जब सोते हैं तो असोम के ये कर्मी कूड़ा उठाने का काम करते हैं। खाली बोतल के साथ ही गत्ता और अन्य सामान बटोरते हैं, जो बाद में बिक जाता है।करीब पचास हजार की संख्या में यह कर्मी लखनऊभर में फैले हैं। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक कूड़ा बटोरने के साथ ही गलियों में झाड़ू और घर से कूड़ा लेने का काम करते हैं। इनमें से कुछ ईको ग्रीन के लिए काम करते हैं और कुछ सफाई ठेकेदारों से जुड़े हैं। असोम के कुछ लोग समानान्तर सफाई व्यवस्था भी चला रहे हैं। 11 ,18 और 23 अप्रैल को जब ये वोट डालने असोम गए थे तो शहर में कूड़ा उठान पूरी तरह से ठप हो गया था और आज भी यह सेवा प्रभावित है, क्योंकि बहुत से कर्मी अभी लौटे नहीं हैं।
शहर में हर दिन निकलता है 1480 मीटिक टन कूड़ा
यह कार्य नगर निगम की तरफ से नामित ईको ग्रीन को दिय गया है। शहर में 5.59 लाख भवन हैं, लेकिन अब एक लाख घरों से भी कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। कुछ समय तक 1.40 लाख भवन से कूड़ा उठाने का दावा हो रहा था। हर माह सौ रुपये यूजर चार्ज लेने के बाद कई कई दिनों तक कूड़ा लेने कर्मी घर नहीं जा रहे हैं।
नगर आयुक्त ने दिए थे निर्देश
नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि ईको ग्रीन कंपनी से कूड़े का डोर टूर कलेक्शन ठीक करने और असोम के सफाई कर्मचारियों का विकल्प तलाशने के लिए कहा गया था। अब ईको ग्रीन ने ओडिशा की आउटसोर्सिग कंपनी से करार किया है और प्रथम चरण में 800 सफाईकर्मी ओडिशा से आ रहे हैं। नगर निगम में वर्तमान में 23 सौ नियमित सफाई कर्मचारी हैं। इसके अलावा 940 कर्मचारी संविदा पर हैं।
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