Move to Jagran APP

गन्ना सर्वेक्षण कार्य में बाधा डालने वालों पर लगेगी रासुका

सरकार ने गन्ना सर्वेक्षण में व्यवधान उत्पन्न करने वालों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में निरुद्ध किए जाने के चेतावनी दी।

By Nawal MishraEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 09:02 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jun 2018 08:02 AM (IST)
गन्ना सर्वेक्षण कार्य में बाधा डालने वालों पर लगेगी रासुका
गन्ना सर्वेक्षण कार्य में बाधा डालने वालों पर लगेगी रासुका

लखनऊ (जेएनएन)। गन्ना सर्वेक्षण में आए दिन बाधा डालने की शिकायतों पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सरकार ने व्यवधान उत्पन्न करने वालों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में निरुद्ध किए जाने के चेतावनी दी। साथ ही गन्ना माफिया के मददगार रहे लिपिकों की जांच कराकर बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी। उन्होंने सर्वे कार्य की प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट देने को कहा गया। 

loksabha election banner

सर्वे में गलती न होने पाए

सोमवार को गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने जिला गन्ना अधिकारियों व गन्ना उपायुक्त को लिखे पत्र में सर्वे कार्य में किसी प्रकार की कोताही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने सर्वेक्षण कार्य की जमीनी हकीकत जाने को अधिकारियों से मौके पर जाकर मुआयना करने को कहा। भूसरेड्डी ने बताया कि जिन प्रदेशों में सर्वे की प्रगति संतोषजनक पाई गई, वहां पर किसानों की समस्याओं का भी मौके पर समाधान करा दिया गया। सर्वे संबंधित सभी जानकारियां भी पंफलेट के जरिये बताई गई। उन्होंने कहा कि सर्वे में गलती न होने देने के लिए जरूरत पडऩे पर जिला प्रशासन का सहयोग भी लिया जाए।

बदहाल रिकार्ड रूम देख भड़के गन्ना आयुक्त

प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री भले ही कार्यालयों में स्वच्छता बनाने पर जोर दे रहें हो परंतु गन्ना विभाग के रिकार्ड रूम की बदहाली दूर न होसकी। औचक निरीक्षण को राजकीय अभिलेख  अनुभाग (रिकार्ड रूम) पहुंचे गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने वहां हालात देख नाराजगी जताई। पुराने व अनुपयोगी अभिलेखों की वीडिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अभिलेख जिनको संरक्षित रखने की अवधि पूरी हो चुकी है उनकी वीडिंग कराने और पत्रावलियों के रजिस्टर अपडेट किए जाने के निर्देश दिए। जांच व ऑडिट से संबंधित अभिलेखों की वीडिंग नहीं कराने को कहा।

सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश 

गन्ना आयुक्त भूसरेड्डी ने कहा कि तीन वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचाारियों को नोटिस देकर कहा जाए कि उनको आवश्यकता हो तो अपने अभिलेख कार्यालय से प्राप्त कर लें वरना उसकी भी वीडिंग कर दी जाएगी। जिन कर्मचारियों के जीपीएफ में जमा धनराशि का शतप्रतिशत भुगतान हो चुका है उन्हें भी पासबुक प्राप्त करने की नोटिस दी जाएगी। पासबुक नहीं लेने की स्थिति में उसकी भी वीडिंग कर दी जाएगी। उन्होंने संरक्षित करने योग्य पत्रावलियों व अभिलेखों की सूची तैयार करने तथा उन्हें सूची सहित बस्तों में बांधकर अनुभागवार अनुरक्षित करने के निर्देश दिए। राजकीय अभिलेखों के साथ कार्यालय में सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के कड़े निर्देश भी दिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.