Lockdown Day 5: लखनऊ में रमाबाई रैली स्थल समेत कई जगह बनेगी सब्जी मंडियां, मिलेगी राहत
लखनऊ में लॉकडाउन में किसान नहीं पहुंच पा रहे मंडी ग्राहक मिलने में भी दिक्कत अब कई जगह लगेगी सब्जी मंडी।
लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन का असर शहर से लेकर गांव तक है। शहरों में जहां लोग जरूरी चीजों के लिए परेशान हैं। वहीं, किसानों को सब्जियों और फलों के लिए ग्राहक नहीं मिल पा रहे हैं। दरअसल, लॉकडाउन के चलते सप्लाई चेन में हो रही तमाम दिक्कतों के चलते ग्राहक और किसान एक दूसरे से दूर हैं। इसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं, जो सब्जियों को अधिक कीमत पर लोगों तक पहुंचा रहे हैं। प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं, लेकिन इसके बावजूद तमाम किसान मंडी तक सब्जी नहीं पहुंचा पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्रशासन उनके इलाके में ही क्रय केंद्र बनाकर सब्जी फल और दूध खरीद ले ताकि लोगों को आसानी से चीजें हासिल हो सकें।
गोसाईगंज : लॉकडाउन के समय सब्जियां मंडी तक नहीं जा पा रही हैं। ऐसे में किसान या सब्जी दुकानदार गांवों में ही सब्जियां बेच रहे हैं। बिक्री न होने से शिमला मिर्च और टमाटर जैसी सब्जी बर्बाद हो रही है। दूध की बिक्री भी कम हुई है। गोसाईगंज के बचनखेड़ा निवासी किसान देवनारायन ने बताया कि लॉकडाउन में करीब 20 क्विंटल शिमला मिर्च बर्बाद हो गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात महिबुल्लापुर भेजे गए करीब आठ क्विंटल मिर्च में छह क्विंटल नहीं बिका, क्योंकि खरीदार नहीं थे। इसके पहले मंडी में हर समय बिक्री होती थी। होटल व ढाबे बंद होने का काफी प्रभाव सब्जी मंडियों पर पड़ा है। इसी गांव के सुनील ने का भी यही हाल है। क्षेत्र में चलने वाली ममता डेयरी की समिति बंद है।
इटौंजा : इटौंजा थाना चौराहा पर दूध मंडी लगती थी, यहां अब सन्नाटा पसरा है। यहां के अधिकांश दूधिया लखनऊ दूध बेचने जाते थे। ऐसे में किसानों को दूध की बिक्री की समस्या सता रही है। मवेशियों के लिए चारे का भी संकट खड़ा हो रहा है।
बंथरा : बंथरा के नुरदी खेड़ा गांव निवासी मुकेश कुमार यादव और कासिम खेड़ा के दूध कारोबारी मुनेश्वर यादव बताते हैं कि उनके पास तकरीबन 60 से 70 लीटर दूध उत्पादन होता है। बंदी में समारोह आदि के साथ मंडी भी बंद है। साप्ताहिक बाजार की बंदी से सब्जी कारोबारियों के सामने भी संकट है।
- डीएम ने कोल्ड स्टोरेज कर्मचारियों को लॉकडाउन से किया गया मुक्त
- ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के सामने बिक्री के लिए आ रही दिक्कतें
- बिचौलिये उठा रहे फायदा, मंडी तक नहीं पहुंच पा रहीं सब्जियां
कोल्ड स्टोरेज कर्मचारियों को मिलेगी लॉकडाउन से राहत
प्रशासन ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति लगातार बनाए रखने के लिए शनिवार को कोल्ड स्टोरेज कर्मचारियों को भी इससे मुक्त करने का फैसला किया। प्रशासन के इस कदम से चेन सप्लाई बनाए रखने में काफी मदद मिलेगी। आलू और दूसरी सब्जियों के उत्पादक कई दिनों से इसकी मांग कर रहे थे। डीएम अभिषेक प्रकाश के मुताबिक, लोगों को आवश्यक चीजों की सप्लाई लगातार बनी रहे, इसके लिए कोल्ड स्टोरेज को मुक्त किया गया है। आलू के अलावा तमाम सब्जियां स्टोरेज में लंबे समय तक रखी जाती हैं। बंद होने से सप्लाई में दिक्कत हो रही थी।
लोगों को जरूरी चीजें मुहैया कराने के लिए प्रशासन ने रमाबाई स्थल सहित शहर में कई जगहों पर अस्थाई मंडियां स्थापित करने का फैसला किया है। मंडलायुक्त मुकेश मेश्रम के साथ अफसरों की बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया। अफसरों का कहना था कि मंडियों में जरूरत से ज्यादा भीड़ हो रही है। इसको देखते हुए शहर के दूसरे इलाकों में भी मंडियों की व्यवस्था की जाए।
मुकेश मेश्रम की अध्यक्षता में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में संपन्न हुई, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, एलडीए वीसी शिवाकांत द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी मनीष सहित सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।
मंडलायुक्त ने कहा कि लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक वस्तुओं जैसे फल, सब्जी,राशन व खाद्य पदार्थ इत्यादि की प्रचुर मात्र में उपलब्धता रहे। रमाबाई अम्बेडकर मैदान, अवध शिल्पग्राम तथा किसान बाजार, विभूति खण्ड में मण्डी की ब्रांच स्थापित करायी जाए। इनका प्रचार प्रसार भी कराया जाए । उन्होंने कहा कि जनपद लखनऊ के 110 वाडरे को आठ जोन में बांटा गया है प्रत्येक जोन मे प्रतिदिन अलग-अलग मुहल्लों में जाकर राशन व खाद्य पदार्थो का रेट लिया जाए।