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Ramleela in Lucknow: नई गाइडलाइन के अनुरूप अब मैदान में गरजेगा रावण, आनलाइन होगी रामलीला

16वीं सदी में गोस्वामी तुलसी दास ने चारपाई पर ऐशबाग रामलीला की शुरुआत कर लक्ष्मण नगरी में रामलीला की नींव रखी थी। तब से लगातार रामलीला का मंचन शहर में हो रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले साल बाधित रही रामलीला इस बार नई गाइड लाइन के अनुरूप होगी।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 12:30 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 07:40 AM (IST)
Ramleela in Lucknow: नई गाइडलाइन के अनुरूप अब मैदान में गरजेगा रावण, आनलाइन होगी रामलीला
डालीगंज के मौसम गंज की रामलीला भी इस बार स्थाई मंच पर होगी।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। 16वीं सदी में गोस्वामी तुलसी दास ने चारपाई पर ऐशबाग रामलीला की शुरुआत कर लक्ष्मण नगरी में रामलीला की नींव रखी थी। तब से लगातार रामलीला का मंचन शहर में हो रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले साल बाधित रही रामलीला इस बार नई गाइड लाइन के अनुरूप होगी। ऐशबाग रामलीला समिति के संयोजक आदित्य द्विवेदी ने बताया कि नई गाइडलाइन के अनुरूप रावण अब मैदान में गरजेगा लेकिन मंचन आनलाइन ही होगा। समय की कमी की वजह से वृहद लीला नहीं होगी। 

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डालीगंज के मौसम गंज की रामलीला भी इस बार स्थाई मंच पर होगी। निर्देशक शिव कुमार ने बताया कि रिहर्सल शुरू हो गई है। पांच अक्टूबर को भूमि पूजन के साथ छह से मंचन शुरू हो जाएगा। स्थाई मंच होने से कलाकारों को होने वाली परेशानी से निजात मिल जाएगी। हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक रामलीला की शुरुआत के लिए शेखावत अली ने अपनी जमीन दी थी तो सत्यनारायण उर्फ नारद बाबा ने वर्ष 1879 में शुरुआत की थी। सदर में गुरुचरण लाल रौनियार वैश्य ने वर्ष 1928 में सदर रामलीला की शुरूआत की थी। तब से लगातार प्रतिवर्ष यहां रामलीला हो रही है।

शहर की पुरानी रामलीलाओं में आलमबाग के वेजीटेबल ग्राउंड में होने वाली रामलीला का भी नाम आता है। रेलवे रामलीला दशहरा कमेटी के नाम से रामलीला का मंचन 1951 से शुरू हुआ तो अब तक अनवरत जारी है। यहां भी रिहर्सल चल रही है। महानगर में निर्देशक पीयूष पांडेय के संयोजन में रिहर्सल का दौर शुरू हो गया है। गायन प्रधान रामलीला में इस बार बच्चों के बजाय बड़ों को लीला में शामिल किया जाएगा। तेलीबाग के सर्वपल्ली राधाकृष्णन हाईस्कूल में भी डा.अनीता यादव के निर्देशन व डा.आनंद यादव के संयोजन में सात अक्टूबर से रामलीला का मंचन होगा। 

पर्वतीय समाज की लीलाओं का होगा मंचनः पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चंद्र जोशी ने बताया कि इस बार पर्वतीय समाज की रामलीलाओं का नई गाइड लाइन के अनुरूप मंचन होगा। कुर्मांचलनगर, खुर्रमनगर, महानगर, तेलीबाग, विकासनगर समेत सभी रामलीला समितियों को कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप मंचन के लिए कहा गया है। रिहर्सल शुरू हो गई है।


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