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लखनऊ के ZOO में जल्द बनेगा प्रकृति शिक्षण केंद्र, मिलेगी तितलियों की जानकारी

ओपन तितली पार्क में बनेगा प्रकृति शिक्षण केंद्र, तितलियों से जुड़े रोचक तथ्यों से रूबरू हो सकेंगे दर्शक।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 09:23 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 09:30 AM (IST)
लखनऊ के ZOO में जल्द बनेगा प्रकृति शिक्षण केंद्र, मिलेगी तितलियों की जानकारी
लखनऊ के ZOO में जल्द बनेगा प्रकृति शिक्षण केंद्र, मिलेगी तितलियों की जानकारी

लखनऊ, जुनैद अहमद। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में बने ओपन तितली पार्क का आकर्षण बढ़ाने के लिए प्रकृति शिक्षण केंद्र बनाया जा रहा है। इसमें दर्शकों को तितली से जुड़े रोचक तथ्यों की विस्तृत जानकारी मिलेगी। होली के बाद प्रकृति शिक्षण केंद्र के शुरू होने की संभावना है।

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प्रकृति शिक्षक केंद्र तितली पार्क में घुसते ही बायीं ओर बनाया जाएगा। इसकी लंबाई लगभग 20 फिट व चौड़ाई 15 फिट होगी। इस केंद्र में विभिन्न तितलियों के फोटोग्राफ उनके संबंधित रोचक तथ्य, जीवन चक्र, प्रकार, प्रजाति के साथ उनके महत्व के बारे में बताया जाएगा। इसको बनाने में लगभग 12 से 15 लाख रुपये लगने का अनुमान है। ओपन तितली पार्क में दर्शकों के लिए आठ सौ मीटर लंबा पाथ-वे बनाया गया है। पार्क  में खूबसूरत इंट्री गेट, अत्याधुनिक पॉली हाऊस, तीन प्राकृतिक तालाब, पांच सौ गमलों के अलावा लगभग बीस प्रजाति के चार हजार होस्ट और नेक्टर प्लांट लगाए गये हैं। पार्क के तीनों तालाबों में कछुए, मछलियों को भी रखा जाएगा। पार्क में पुराने पेड़ के ठूंठ भी रखे गए हैं।

इन पेड़ों से सजा है तितली पार्क

तितलियों को उम्र 40 से 50 दिन होती है। इसलिए हर सीजन के हिसाब से पौधे लगाए गए हैं। तितली पार्क में सर्दी और गर्मी के मुताबिक प्लांट लगाए गए हैं। जिसमें सफेद-नीला मदार, अहमेलिया, पेंटार्स, अजूबा, नीबू, चंपा, सावनी, तुलसी, मनोकामनी, हिमचंपा, पोकीज, राखीबेल, छिपकली बेल, जराकोश, लैमनग्रेस, एग्जोरा, गोल्डेन दोरेता, मुसम्मी, संतरा, अमरूद, कुंद, चमेली आदि पेड़-पौधे लगाए गए हैं।  

 

पार्क में आती हैं विभिन्न प्रकार तितलियां

इस पार्क में लगभग 50-60 प्रजातियों की तितलियां आती हैं। जिसमें पीकॉक पेंजी, स्ट्राइप टाइगर, प्लेन टाइगर, कॉमन इमीग्रेंट, लाइम, कॉमन क्रो, एग फ्लाई, द ग्रेट एग फ्लाई, ब्लू पेंजी, लेमन पेंजी, कॉमन केस्टर, कॉमन ग्राक यलो, कॉमन वॉर्डर आदि तितलियां शामिल हैं। प्रकृति शिक्षण केंद्र में इन तितलियों के बारे में बताया जाएगा।  

क्या कहते हैं निदेशक ?

प्राणि उद्यान निदेशक आरके सिंह का कहना है कि ओपन तितली पार्क को और आकर्षक बनाने के लिए प्रकृति शिक्षण केंद्र बनाया जाएगा। इसमें दर्शकों को तितलियों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। इस महीने के आखिरी सप्ताह में काम चालू हो जाएगा। हम प्रयास कर रहे हैं कि होली के बाद यह शिक्षक केंद्र दर्शकों के लिए चालू कर दिया जाए। 


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