अब फ्लैट आवंटियों से कनेक्शन चार्ज लेगा मध्यांचल Lucknow News
मध्यांचल में 110 अपार्टमेंट के लोगों ने मल्टी प्वाइंट में दिखाई रुचि। आरडब्ल्यूए या डेवलपर उठाएंगे पूरा खर्च आवंटी नहीं।
लखनऊ [अंशू दीक्षित]। अपार्टमेंट में रहने वाले 51 फीसद आवंटी अगर अपना अलग से बिजली कनेक्शन लेना चाहते हैं तो उसका पूरा खर्चा रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) या फिर डेवलपर को उठाना होगा।
इस आदेश को अमली जामा पहनाने का काम विद्युत नियामक आयोग ने शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मध्यांचल के अंतर्गत कुल 352 अपार्टमेंट सिंगल प्वाइंट के थे, इनमें 64 अपार्टमेंट में प्रति आवंटी को कनेक्शन दे दिए गए हैं। 46 अपार्टमेंट का दस दिन में रोड मैप आयोग ने मांगा है। बचे हुए 228 अपार्टमेंट के लिए 30 नवंबर तक मध्यांचल इंतजार करेगा कि लोग आवेदन कर सकें।
वर्तमान में ऐसे आवंटियों की संख्या ज्यादा है, जो चाहते हैं कि जो बिजली वे जलाएं, सिर्फ उसी का पैसा दें न कि आरडब्ल्यूए व डेवलपर द्वारा तैयार टैरिफ के मुताबिक। इसलिए मल्टी प्वाइंट कनेक्शन लेने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ट्रांस गोमती में 133 और सिस में 211 मल्टीस्टोरी बिल्डिंग हैं। बरेली जोन में सात और फैजाबाद जोन में दो अपार्टमेंट बिजली विभाग के मुताबिक हैं।
14 अपार्टमेंट ने किया मना
मध्यांचल के अंतर्गत आने वाले 14 अपार्टमेंट ने सिंगल प्वाइंट से मल्टीप्वाइंट में जाने से मना कर दिया। इनमें लखनऊ ट्रांस गोमती के सात हैं।
क्या है मल्टी प्वाइंट व सिंगल प्वाइंट?
अपार्टमेंट में फ्लैट के हिसाब से कई सौ किलोवॉट का कनेक्शन लिया जाता है। फिर आवंटी डेवलपर या आरडब्ल्यूए से कनेक्शन लेता है। यह सिंगल प्वाइंट कहलाता है। वहीं, मल्टी प्वाइंट में बिजली विभाग हर उपभोक्ता को कनेक्शन देता है। आवंटी को बिजली विभाग के टैरिफ के हिसाब से बिल देना होता है। सिंगल प्वाइंट में आरडब्ल्यूए के हिसाब से। क्योंकि उसमें बैकअप की सुविधा जुड़ी होती है।
क्या कहते है अफसर?
मध्यांचल एमडी संजय गोयल कहते हैं कि मल्टी प्वाइंट के अंतर्गत उपभोक्ता बिजली कनेक्शन ले सकता है। मध्यांचल के सभी अपार्टमेंट में यह सुविधा फेस टू फेस दी जा रही है।