Lung cancer के मरीजों को अब केजीएमयू में मिलेगी मुफ्त दवा
एनएचएम ने केजीएमयू को 100 इंजेक्शन दिए। बाजार में महंगी दर पर मिलने वाली यह दवा अब मरीजों को मुफ्त में मिलेगी।
लखनऊ, जेएनएन। लंग (फेफड़ा) कैंसर के गंभीर मरीजों को इलाज में राहत मिलेगी। कीमोथेरेपी के बाद भी बीमारी बेकाबू होने पर उन्हें एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की डोज दी जा सकेगी। बाजार में महंगी दर पर मिलने वाली यह दवा नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) की मदद से केजीएमयू में मुफ्त मिलेगी।
सर्जरी विभाग के डॉ. शैलेंद्र यादव के मुताबिक, लंग कैंसर छुपी हुई बीमारी है। शुरुआती दौर में यह पकड़ में नहीं आती है। ऐसे में अधिकतर मरीज तीसरे-चौथे स्टेज में इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में मेटास्टेटिक डिजीज के लिए रेमोसिरूमैब मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दवा हाल में ही लॉन्च हुई है। यह बाजार में काफी महंगी है। इसे एनएचएम ने केजीएमयू में मरीजों को मुफ्त में देने के लिए मुहैया कराया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012 के सर्वे के मुताबिक, 80 हजार कैंसर के नए मरीजों की हर साल पहचान हो रहे हैं, जिनमें करीब 65 हजार की मौत हो जाती है। यह दवा फिलहाल दो मरीजों पर शुरू की गई। इसमें बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।
बाजार में 50 हजार है कीमत
डॉ. शैलेंद्र यादव के मुताबिक केजीएमयू को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 100 इंजेक्शन मिले हैं। इन्हें तीन-तीन हफ्ते पर मरीजों को दिया जा रहा है। इसमें कोई खास साइट इफेक्ट नहीं है। सिर्फ ब्लड प्रेशर बढऩे की संभावना रहती है। यह दवा तब दी जाती है, जब पहले दी गई कीमोथेरेपी बेअसर हो जाती है। वहीं मरीज में कैंसर बढऩे लगता है। ऐसी स्थिति में दूसरे स्टेज में इस दवा का प्रयोग किया जाता है। इस दवा के जरिये वर्ष भर तक मरीज की जिंदगी बढऩे के आसार हो जाते हैं।