लविवि अब ऑनलाइन कराएगा परीक्षा, आतरिक मूल्याकन के बजाय होगा 20 अंक का पेपर
बदलाव: अगले साल से आतरिक मूल्याकन के बजाय होगी 20 अंक की परीक्षा।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) अगले साल से स्नातक में आतरिक मूल्याकन के बजाय ऑनलाइन परीक्षा करवाएगा। यह पेपर 20 अंक का होगा। डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यो के साथ मंगलवार को कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बैठक में ये निर्देश दिए। यह भी कहा कि स्नातक में इस बार 80 अंक की सेमेस्टर परीक्षा व 20 अंक का आतरिक मूल्याकन है। आगे से 70 अंक सेमेस्टर परीक्षा और 30 अंक आतरिक मूल्याकन या ऑनलाइन परीक्षा के होंगे। उन्होंने सभी कॉलेजों को निर्देश दिए कि वह तत्काल अपने यहा कंप्यूटर लैब बनाएं। इसमें 50 से लेकर कम से कम 250 कंप्यूटर लगाएं। वाई-फाई की सुविधा उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से मिल जाएगी। कुलपति ने सभी प्राचार्यो को निर्देश दिए कि वह बीए, बीएससी व बीकॉम में लागू हुए सेमेस्टर सिस्टम में आतरिक मूल्याकन और प्रैक्टिकल के अंक वेब पोर्टल के माध्यम से लविवि को भेजेंगे। अगर कोई कॉलेज ऑनलाइन नंबर नहीं भेजेगा तो उसका रिजल्ट रोक दिया जाएगा। यही नहीं आतरिक मूल्याकन के अंकों में खेल न हो पाए इसलिए सभी कॉलेज अपने यहा की कापिया लविवि में संबंधित विभागाध्यक्षों को भेजेंगे। कापियों की स्टेप मार्किंग होगी। सम सेमेस्टर परीक्षा में मल्टीपल च्वाइस के प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके लिए प्रश्न बैंक भी तैयार किया जाएगा। इसमें सीनियर टीचरों के साथ-साथ सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के टीचर भी प्रश्नपत्र के अनुसार प्रश्न बैंक तैयार करेंगे। डाटा रिसोर्स सेंटर प्राचार्यो को लॉगिन व पासवर्ड देगा। इसके लिए 27 अगस्त को वर्कशाप होगी। जाच-परख के बाद देंगे रिजल्ट का चार्ट:
केकेसी के प्राचार्य डॉ. एसडी शर्मा ने माग उठाई की लविवि रिजल्ट का चार्ट नहीं देता। इसकी सॉफ्ट कापी ही कॉलेज को ईमेल से दी जानी चाहिए। इस पर कुलपति ने कहा कि जाच-परख कर देखेंगे कि यह फैसला सही है, तभी जानकारी देंगे।फेल छात्रों से नहीं लिया जाएगा नामाकन शुल्क1कुलपति ने बताया कि इस बार बीए, बीएससी व बीकॉम में सेमेस्टर प्रणाली लागू हुई है। ऐसे में फर्स्ट ईयर में फेल छात्रों को एग्जमिटेड छात्र के तौर पर नहीं बल्कि नए छात्र के रूप में दाखिला दें। इन छात्रों से एक हजार रुपये नामाकन शुल्क न लिया जाए। यह भी सेमेस्टर में पढ़ेंगे। इनके दाखिले हफ्ते भर में पूरा करें। मल्टीपल च्वाइस प्रश्न भी पूछे जाएंगे:
सम सेमेस्टर में मल्टीपल च्वाइस वाले प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें एवरेज, ओवर एवरेज, ब्रेन व एक्सीलेंट कैटेगरी के सवाल होंगे। चर्चा के दौरान कुलपति ने कहा कि इस व्यवस्था का का मकसद यह है कि विद्यार्थी पूरा कोर्स ढंग से पढ़ें। नुरुल हसन के गेस पेपर तैयार होना हमारी कमजोरी:
कुलपति ने कहा कि अगर बीकॉम में नुरुल हसन के गेस पेपर से सवाल फंसते हैं तो यह हमारी कमजोरी है। ऐसा पेपर पैटर्न बनाना होगा जिससे छात्र पूरा कोर्स पढ़ने को मजबूर हो।