अब पंडितों का भी होगा 'स्किल डेवलपमेंट', विशेषज्ञों की ऐसे होगी नियुक्ति Lucknow news
हर जिले में खुलेगा निश्शुल्क प्रशिक्षण केंद्र। उप्र संस्कृत संस्थानम् को मिली ट्रेनिंग कराने की जिम्मेदारी।
लखनऊ, (जितेंद्र उपाध्याय)। यदि आप ज्योतिषाचार्य हैं या फिर कर्मकांड कराते हैं। योग की बारीकियों के बारे और बहुत कुछ जानना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। ऐसे ज्योतिषाचार्य, कर्मकांडी (पंडित) और योगाचार्यों का 'स्किल डेवलपमेंट' कराने की तैयारी की जा रही है। प्रदेश सरकार की पहल पर शुरू हो रहे इस प्रशिक्षण के लिए हर जिले में ऐसे विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाएगी।
उप्र संस्कृत संस्थानम् की ओर से शुरू होने वाले प्रशिक्षण के पीछे तर्क यह है कि समाज में कर्मकांड, ज्योतिष और योग के नाम आम लोग गुमराह न हों। कर्मकांड के बारे मेें ऐसे लोगों को जानकारी न होने से समाज में उनके प्रति असम्मान की भावना भी जागृत हो रही है। इसे दूर करने के लिए यह पहल की जा रही है।
तीन विशेषज्ञों की होगी नियुक्ति
उप्र संस्कृत संस्थानम् की ओर हर जिले में तीनों विधाओं में पारंगत विशेष विशेषज्ञों (अनुदेशकों) की नियुक्त की जाएगी। नियुक्त के बाद एक अनुदेशक को हर दिन एक घंटे की क्लास लेनी होगी। सरकार की ओर से उन्हें निर्धारित मानदेय भी दिया जाएगा।
एक बैच में 30 प्रशिक्षणार्थी
तीनों ही विधाओं 30-30 प्रशिक्षणार्थियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। तीन महीने की निश्शुल्क ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्हें संस्कृत संस्थानम् की ओर से प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। प्रशिक्षण के लिए आवेदन की प्रक्रिया जिले स्तर पर शुरू होगी।
उप्र संस्कृत संस्थानम् के अध्यक्ष डॉ.वाचस्पति मिश्र ने बताया कि कर्मकांड, ज्योतिष और योग को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए इस योजना की शुरुआत हो रही है। प्रदेश सरकार की पहल पर पहले चरण में सभी जिलों में एक-एक सेंटर खोला जाएगा, जहां तीनों विधाओं में प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षण पूरी तरह से निश्शुल्क होगा।
ऑनलाइन करें आवेदन
पहले चरण में ऐसे विशेषज्ञों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। उप्र संस्कृत संस्थानम् की वेबसाइट (upsanskritsansthanam.in) पर आवेदन किए जा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए राजधानी के न्यू हैदराबाद स्थित कार्यालय के सहायक जन संपर्क अधिकारी जगदानंद झा से संपर्क कर सकते हैं।
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