Lockdown in Lucknow Day 14: लॉकडाउन में सेल्फ रीडिग लेकर जमा नहीं कर सकेंगे बिजली बिल
लॉकडाउन में सेल्फ रीडिंग लेकर बिजली के बिल जमा करने पर नहीं मिली अनुमति।
लखनऊ, जेएनएन। बिजली विभाग इस बार किसी मीटर रीडर को उपभोक्ता के घर रीडिंग लेने के लिए नहीं भेज रहा है। क्योंकि इस बार बिजली के बिल उपभोक्ताओं को पिछले दो से तीन माह के औसतन बिल के आधार पर भेजे जाएंगे।जाएंगे। यही नहीं पहले उम्मीद जताई गई थी कि उपभोक्ता सेल्फ रीडिंग लेकर जमा कर सकेगा, लेकिन अब वह भी ई सुविधा केंद्रों के काउंटर पर चल रहे एचसीएल सिस्टम पर यह सुविधा नहीं दी गई है। ऐसे में हर माह उन लाखों उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है जो सेल्फ रीडिंग लेकर बिलिंग केंद्रों में बिल जमा करने जाया करते थे। ऐसे उपभोक्ताओं का तर्क है कि बिजली महकमे को यह सुविधा खत्म नहीं करनी चाहिए। ऐसे में इस वर्ग के उपभोक्ताओं के मन में संशय है कि अगर लॉक डाउन बढा तो मई माह में भी यही नियम लागू होगा।और स्थितियां सामान्य होने पर एक दम से उपभोक्ताओं पर बिल का भार पडेगा।
प्रदेश सरकार ने स्मार्ट मीटर व दस किलोवॉट या उससे अधिक वाले उपभोक्ताओं को छोडकर सभी उपभोक्ताओं को औसतन बिल भेजने की तैयारी कर रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या साढे चार लाख से
कम नहीं है। हालांकि सात अप्रैल तक राजधानी के कई डिवीजनों में बिल पहुंचने का काम शुरू नहीं हुआ था। ऐसे में मार्च माह का बिल उपभोक्ताओं को समय पर मिल पाएगा इसको लेकर ऊहा पोह की स्थिति बनी हुई है।
एजेंसी नहीं दर्ज कर सकी मोबाइल नंबर
मीटर रीडिंग लेने वाली एजेंसी को डेढ साल पहले हर उपभोक्ता का मोबाइल नंबर दर्ज करने के लिए कहा गया था, अभी तक संबंधित एजेंसी यह काम पूरा नहीं कर सकी। ऐसे में उपभोक्ताओं के पास बिल भी मोबाइल के जरिए नहीं पहुंच रहे हैं। कारण कुछ उपभोक्ता अपने मोबाइल नंबर विभाग को दे नहीं रहे हैं , वहीं कुछ मीटर रीडर हैं जो बहाने विभाग को बताकर पल्ला झाड रहे हैं।
उपभोक्ता को नहीं मिल रही कोई छूट
उपभोक्ताओं को समय पर बिल जमा करने पर कुल बिल के ऊपर छूट दी जाती है। इसके बाद भी बिजली महकमा लॉक डाउन के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन नहीं कर रहा है। निजी एजेंसी एचसीएल पर अपडेट न होने के कारण उपभोक्ताओं को कोई छूट का लाभ नहीं मिल रहा है, उपभोक्ता से निर्धारित तिथि के बाद वसूला जाने वाला पैसा ही वसूला जा रहा है।