अब डिजिटल सिग्नेचर से लविवि में जारी होगी मार्कशीट और डिग्री, जानिए और क्या होंगे बदलाव
लखनऊ विश्वविद्यालय में बुधवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में लिए गए अहम निर्णय।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में अमूल चूल परिवर्तन देखने को मिलेंगे। मार्कशीट से लेकर परीक्षा प्रणाली तक कारगर कदम उठाए जाने की तैयारी है अब देखना यह है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के दावे किस हद तक धरातल पर उतर पाते हैं। बुधवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति एसके शुक्ला की अध्यक्षता में विवि की परीक्षा समिति की बैठक हुई। परीक्षा नियंत्रक कर्नल अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि बैठक में छात्रों और परीक्षा व्यवस्था से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
अब मार्कशीट व डिग्री जारी होने से तीन साल तक की अवधि में ही संशोधित किया जा सकेगा इस अवध के बाद कुलपति के विशेष निर्देश पर ही मार्कशीट वा डिग्री में संशोधन हो सकेगा। ताकि लंबे समय तक ऐसे मामलों के आने पर विराम लगाया जा सकेगा।
यह भी निर्णय लिया गया कि परीक्षा के दौरान जिस कॉलेज में नकल का मामला पाया जाता है उस संबंधित कालेज के प्रबंधक पर 500000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि कि छात्रों को दिए जाने वाले प्रोविजनल, मार्कशीट, डिग्री डिजिटल सिग्नेचर से जारी किया जाएगा उसके बाद संशोधन की दशा में मूल हस्ताक्षर से डिग्री जारी की जाएंगी। बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय रहा कि डिग्री और प्रश्न पत्र के लिए ऑनलाइन ओपन टेंडर कराए जाएंगे।
इसे लेकर विवि की दलील है कि डिग्री व प्रश्न पत्र के प्रकाशन लेकर विश्वविद्यालय द्वारा अब तक की जा रही गड़बड़ियों व वित्तीय अनियमितताओं से बचा जा सकेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि एक माह के भीतर सभी स्ववित्तपोषित कॉलेजों के शिक्षकों का ब्यौरा ऑनलाइन उपलब्ध होगा। बैठक में आईटी कॉलेज द्वारा अब तक कुलाधिपति के निर्देशों के तहत ही प्रवेश प्रक्रिया कराए जाने का निर्णय लिया गया। इस बार हुए दीक्षांत समारोह में डिग्री पाने से वंचित रह गए विद्यार्थियों को भी एक माह में डिग्री मुहैया कराए जाने के निर्देश दिए गए।