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जमींदोज होंगे चारबाग के दोनों होटल, नियम-कानून ताक पर रखकर हो रहे थे संचालित Lucknow News

नियम विपरीत संचालित हो रहे होटलों में पिछले साल आग लगने से मरे थे छह लोग। 10 जुलाई को गिराए जाएंगे होटल विराज इंटरनेशनल और एसएस।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sun, 30 Jun 2019 11:43 AM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 11:43 AM (IST)
जमींदोज होंगे चारबाग के दोनों होटल, नियम-कानून ताक पर रखकर हो रहे थे संचालित Lucknow News
जमींदोज होंगे चारबाग के दोनों होटल, नियम-कानून ताक पर रखकर हो रहे थे संचालित Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। नियम-कानून ताक पर रखकर संचालित किए जा रहे चारबाग के होटल विराज इंटरनेशनल और होटल एसएस 10 जुलाई को गिराए जाएंगे। पिछले साल इन दोनों होटल में आग लगने से छह लोगों की मौत हुई थी। लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने ये आदेश दिया है। होटल पिछले एक साल से उस कालिख को अपने में समेटे खड़े हुए हैं जो आग के हादसे में इन पर छाई थी। 

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भयावह था हादसा

आवासीय नक्शा पास करा के अवैध तरीके से बने होटल विराट इंटरनेशनल और एसएसजे में लगी आग की चपेट में छह लोग आए थे। कानपुर की डेढ़ साल की मेहर और पटना निवासी गणेश प्रसाद और उनके बेटे अविनाश समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। दोनों ही होटलों का मानचित्र प्राधिकरण से आवासीय में पास करा के इनमें होटल संचालित किया जा रहा था। जिनमें से विराज इंटरनेशनल के बेसमेंट में अवैध तौर पर बार भी संचालित किया जा रहा था। यहां आग लगी थी। पिछले एक साल से दोनों होटलों के ध्वस्तीकरण आदेश पर एलडीए से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी आखिरकार अब इनको ध्वस्त किया जाएगा।

चारबाग के 100 और अवैध होटल आग के मुहाने पर

ये दो होटल तो ध्वस्त होंगे, मगर पिछले साल सूचीबद्ध किए गए 100 अन्य अवैध होटलों को कौन बचा रहा है ये भी बड़ा सवाल है। संकरी गलियों में कई मंजिल ऊंचे होटल बनाए गए हैं। जिनमें हादसा होने की पूरी आशंका है।


मगर अभी भी एलडीए अभियंताओं पर एक्शन नहीं

इस हादसे के बाद शासन के आदेश पर  एडीजी जोन राजवी कृष्णा की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई गई थी। जिन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। इस मामले में दोषी सभी अभियंता या तो सेवानिवृत्त हैं या फिर उनका तबादला हो चुका है। आवास विभाग की बैठक में पिछले गुरुवार को एलडीए के जिम्मेदारों पर कार्रवाई का ब्योरा तलब किया तो पता चला कि अब तक जांच रिपोर्ट न मिलने के कारण किसी पर कार्रवाई ही नहीं की गई। इसके बाद एलडीए अधिकारियों को पूरी जांच रिपोर्ट सौंप दी गई। मगर कार्रवाई को लेकर कोई भी बात अब तक सामने नहीं आई है। ऐसे में सवाल ये है कि होटलों पर तो कार्रवाई हो जाएगी, मगर अभियंता फिर साफ बच निकलेंगे।

मजिस्ट्रेट रिपोर्ट का अब तक इंतजार

एक साल से अधिक समय हो गया पर अब तक प्रशासन की मजिस्ट्रेट रिपोर्ट पूूरी नहीं हो पायी है। सिटी मजिस्ट्रेट को इसकी जांच दी गयी है। उनका दावा है कि जांच जल्द ही पूरी हो जाएगी।


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