अब बसों में जल्द होगा कैशलेस सफर, स्मार्ट कार्ड से होगा पेमेंट
परिवहन निगम प्रबंधन बसों में कैशलेस ट्राजेक्शन कराने की तैयारी में, टिकट के नकद भुगतान की जगह स्मार्ट कार्ड से होगा पेमेंट।
लखनऊ[नीरज मिश्र]। अब यात्री बसों में जल्द कैशलेस सफर करने का लुत्फ उठा सकेंगे। बोर्ड बैठक में हुई मंजूरी के बाद परिवहन निगम की बसों में कैशलेस यात्रा का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए आइसीआइसीआइ बैंक ने अपना प्रस्ताव दे दिया है। रोडवेज बसों के लिए बैंक नई ई-टिकटिंग मशीनों (ईटीएम) को चरणवार उपलब्ध कराएगा, जिनमें सभी तरह के डेबिट-क्रेडिट स्मार्ट कार्ड के अलावा भीम समेत विभिन्न तरह के एप से यात्रा के दौरान भुगतान की व्यवस्था होगी। अगले माह के प्रथम सप्ताह में रोडवेज प्रबंधन और बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। परिवहन निगम की 12,500 बसों में प्रतिवर्ष करीब 56 करोड़ यात्री सफर करते हैं। इनमें से 90 फीसद यात्री सफर के दौरान नगद टिकट ही लेते हैं। ऐसे में डिजिटल इंडिया की कैशलेस व्यवस्था के दावों पर पानी फिरता नजर आता है। सड़क परिवहन मंत्रलय की ओर से कैशलेस ट्राजेक्शन पर जोर देते हुए पूरे देश में 560 करोड़ कैशलेस ट्राजेक्शन का लक्ष्य दिया गया। बदली जाएंगी 15,000 ईटीएम:
प्रधान प्रबंधक अनंग मिश्र के मुताबिक परिवहन निगम की सभी बसों के लिए करीब 15,000 ईटीएम को बदला जाना है। इसकी तैयारिया चल रही हैं। इस सिलसिले में आईसीआईसीआई बैंक ने अपना प्रस्ताव दे दिया है। अलग तरह की होंगी ई-टिकटिंग मशीन:
इस बार जो ई-टिकटिंग मशीन आएगी वह अलग तरह की होगी। इसमें डेबिट-क्रेडिट समेत विभिन्न तरह के स्मार्ट कार्ड से भुगतान की व्यवस्था होगी। इसमें सिर्फ कार्ड ही नहीं भीम, पेटीएम सरीखे एप भी होंगे। जिनका प्रयोग यात्री भुगतान के वक्त कर सकेगा। अधिकारियों के मुताबिक करीब-करीब सभी तरह के मोड ऑफ पेमेंट की व्यवस्था इन मशीनों में होगी। क्या कहते हैं अफसर?
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी. गुरूप्रसाद का कहना है कि रोडवेज बसों में यात्रियों की ओर से अभी तक 90 प्रतिशत से अधिक भुगतान नगद किया जाता है। इसे देखते हुए परिवहन निगम की बसों में कैशलेस ट्राजेक्शन के प्रयास किए जा रहे हैं। बोर्ड बैठक में मंजूरी मिलने के बाद अगले माह के पहले हफ्ते में बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक होनी है। इसमें ईटीएम की चरणवार आपूर्ति को लेकर वार्ता होगी। सबकुछ ठीक रहा तो दीपावली से पहले इस व्यवस्था की शुरुआत ट्रायल के तौर पर हो जाएगी।