अब ‘एआरबी’ से ठीक होगी किडनी की बीमारी, ऐसे होगी कारगर
देश में 8.03 फीसद लोग डायबिटीज के गिरफ्त में है। एंजियोटेनसिन रिसेप्टर ब्लॉकर दवा बीमारी को समय से दूर करने में कारगर।
लखनऊ, [कुमार संजय]। डायबिटीज और उच्च रक्तचाप के कारण 40 फीसद लोगों की किडनी कम काम करने लगती है। अगर इस बीमारी को समय से दूर कर लिया जाए तो किडनी को पूरी तरह खराब होने से बचाया जा सकता है। इसमें एआरबी (एंजियोटेनसिन रिसेप्टर ब्लॉकर) दवा कारगर साबित हो रही है।
संजय गांधी पीजीआइ के किडनी रोग विशेषज्ञ प्रो. नारायन प्रसाद ने बताया कि एआरबी रेनिन एंडियोटेनसिन एल्डोस्ट्रान सिस्टम पर क्रियाशील होती है, जिससे रक्तचाप कम होता है। इसके साथ ही किडनी का जीएफआर भी बढ़ जाता है। पीजीआइ में हुए एक शोध का हवाला देते हुए बताया कि 55 ऐसे किडनी के मरीजों को एआरबी दिया गया, जिनमें से 96.3 फीसद हाईपरटेंसिव और 63.61 फीसद डायबिटिक थे।
इनको तीन महीने 40 मिलीग्राम दवा दो बार दी गई। इससे रक्तचाप कम हुआ, साथ ही जीएफआर (ग्लूमर फिल्टरेशन रेट) बढ़ गया। जीएफआर से किडनी कितना विषाक्त तत्व छान रही है, इसका पता चलता है। सीरम क्रिएटिनिन भी कम हुआ। प्रो. नारायन का कहना है कि पेशाब में प्रोटीन आते ही यदि सही इलाज दिया जाए तो किडनी को पूरी तरह खराब होने से बचाया जा सकता है।
ऐसे काम करेगी एआरबी
यह दवा किडनी से छनकर निकलने वाले खून की नली का दबाव कम करती है, जिससे किडनी पर प्रेशर कम हो जाता है। किडनी में खून को छानने के लिए ग्लूमर होते हैं। दबाव होने पर ग्लूमर अधिक फिल्टर करने लगता है जिससे हाईपर फिल्टर इंजरी हो जाती है।
आठ फीसद को डायबिटीज
देश में 8.03 फीसद लोग डायबिटीज के गिरफ्त में है। डायबटीज ग्रस्त लोगों में से 9.91 फीसद महिलाएं और 6.79 फीसद पुरुष चपेट में हैं। 10 से 15 फीसद को उच्च रक्तचाप है।