शपथ पत्र रोकेगा बेरोजगारों की कतार, वाजिब युवाओं को ही मिलेगा लाभ
रोजगार मेले में भीड़ रोकने की कवायद। वाजिब युवाओं को नौकरी देने के लिए उठाया गया कदम।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। यदि आप नौकरी बदलने के लिए रोजगार मेले में बेरोजगार बनकर शामिल होने की सोच रहे हैं तो आपको नौकरी करने का शपथ पत्र भी देना होगा। वाजिब युवाओं को नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने और भीड़ को रोकने की पहल के तहत यह नई व्यवस्था की जा रही है। अप्रैल से इसे राजधानी समेत प्रदेश के सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा।
उप्र कौशल विकास योजना के तहत नौकरी देने का प्रावधान के बावजूद नौकरी पाने वाले युवाओं की संख्या बढऩे का नाम नहीं ले रही है। वहीं, रोजगार मेले में वाजिब नौकरी पाने वाले बेरोजगारों की बजाय पहले से नौकरी कर रहे युवाओं की कतारें लग जाती हैं। इससे बेरोजगार युवाओं को नौकरी के अधिक अवसर नहीं मिल पाते। ऐसे में अब मेले में नौकरी पाने वाले युवाओं से शपथ पत्र लिया जाएगा, जिसमें युवाओं को एक साल तक नौकरी करने की बात लिखनी होगी।
ऑनलाइन होगा पंजीयन
उप्र कौशल विकास मिशन योजना के तहत युवा निर्धारित कोर्स में प्रशिक्षण के लिए वेबपोर्टल (यूपीएसडीएम.जीओवी.इन) पर पंजीयन करा सकते हैं। प्रशिक्षण के उपरांत नौकरी के अवसर दिए जाएंगे। पंजीयन के लिए युवाओं की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
एक नजर आंकड़ों पर
- कौशल विकास के लिए पंजीयन-46 लाख
- सरकारी प्रशिक्षण केंद्र-186
- निजी प्रशिक्षण केद्र-149
- प्रशिक्षण के सेक्टर-52
- प्रशिक्षण की ट्रेडें-634
- प्रशिक्षण के लिए नामांकन-3.4 लाख
- प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार-2.73 लाख
- प्रशिक्षण का मूल्यांकन-2.42 लाख
क्या कहते हैं अफसर?
उप्र कौशल विकास मिशन के एमडी प्रांजल यादव का कहना है कि कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं की ओर से युवाओं से नौकरी के लिए शपथ पत्र लिया जाएगा। पिछले वर्ष 70 फीसद नौकरी देने के प्रावधान के सापेक्ष 50 फीसद को ही नौकरी दिलाने में संस्थाएं सक्षम हो पाईं। इसके चलते संस्थाओं पर कार्रवाई भी की जा रही है।