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Man Dies In Police Custody: आरोपित पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कोई कार्रवाई, जांच अब ठंडे बस्ते में

Man Dies In Police Custody थाने के लॉकअप में युवक की मौत का मामला। पूर्व डीआइजी के नौकर व पुलिसकर्मियों की मिलीभगत का मामला।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 06:19 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 06:19 PM (IST)
Man Dies In Police Custody: आरोपित पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कोई कार्रवाई, जांच अब ठंडे बस्ते में

लखनऊ, जेएनएन। Man Dies In Police Custody: राजधानी स्थित गोमतीनगर विस्तार थाने के लॉकअप में ई-रिक्शा चालक उमेश का शव फांसी पर लटका मिलने के दस दिन बाद भी आरोपित पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब इस मामले में लीपापोती हो रही है। युवक की बर्बरता से पिटाई और हत्या के मामले में पूर्व डीआइजी के नौकर राजकुमार तो गिरफ्तार हो गया, लेकिन आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कब होगी, फिलहाल इसपर सभी अधिकारी चुप्पी साधे हैं। अभी राजकुमार के फरार साथी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उसने राजकुमार के साथ मिलकर युवक की पिटाई की थी। 

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उधर, गोमतीनगर विस्तार थाने के इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि पूर्व डीआइजी उदय शंकर जायसवाल द्वारा उमेश को थाने में पीटने के सुबूत नहीं मिले हैं। इसीलिए उनसे कोई पूछताछ भी नहीं की गई है। पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। फिलहाल इस हत्या के मुकदमे में एसटीएससी की धारा बढ़ाने के बाद पूरे मामले की विवेचना सीओ कैंट डॉ.बीनू सिंह को सौंपी गई है।

अभी इन पांच पुलिसकर्मियों पर निलंबन के बाद नहीं हुई आगे की कार्रवाई...पूर्व डीआइजी के नौकर की गिरफ्तारी तो हो गई, लेकिन थाने के लॉकअप में युवक की मौत के बावजूद निलंबित पांच पुलिसकर्मियों में से एक की भी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई। जबकि उनका भी अपराध पूर्व डीआइजी के नौकर से कम नहीं है। गोमतीनगर विस्तार के अतिरिक्त  प्रभारी निरीक्षक बृजेश यादव, उपनिरीक्षक कौशलेंद्र सिंह, सिपाही राज, दीपक खटाना व राधा मोहन सिंह को घटना के बाद निलंबित कर दिया गया था। 

यह था मामला

मूलरूप से सीतापुर के महोली के मुरनिया गांव निवासी उमेश है। पूर्व डीआइजी उदयशंकर जायसवाल उमेश पर घर में चोरी का आरोप लगाकर उसे शुक्रवार सुबह 6.30 बजे ही थाने लाये थे। उसकी पिटाई भी की गई थी। उधर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों का कहना था कि चोरी में पकड़े जाने पर उमेश ने अपना सिर वहीं दीवार में लड़ा दिया था, जिससे उसे चोटें आईं। 8.30 बजे उसका शव थाने के लॉकअप में ही फांसी लटका मिला था। उमेश के भाई गुड्डू गौतम ने गोमतीनगर विस्तार थाने में पूर्व डीआइजी उदयशंकर जायसवाल  के नौकर राजकुमार उसके साथी व घटना में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।


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