लखीमपुर में मासूम से दरिंदगी के बाद हत्या का NHRC ने लिया संज्ञान, यूपी सरकार से रिपोर्ट तलब
लखीमपुर खीरी में बालिका के साथ दरिंदगी के बाद हत्या की वारदात का एनएचआरसी ने स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
लखनऊ, जेएनएन। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले लखीमपुर खीरी में 13 साल की बालिका के साथ दरिंदगी के बाद हत्या कर दी गई। इस घिनौनी वारदात का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने स्वतः संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार व जल शक्ति मंत्रालय से जवाब तलब किया है। एनएचआरसी ने बालिका के साथ जघन्य वारदात पर मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस देकर छह सप्ताह में घटना में हुई कार्रवाई व पीड़ित परिवार को एससी-एसटी एक्ट के तहत दिलाई गई राहत का ब्योरा तलब किया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पीड़ित बालिका के घर शौचालय बने होने के बाद भी काम न करने के तथ्य को बेहद गंभीरता से लिया है। आयोग ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि जिलों में इस बात की जागरूकता की जाए कि शौचालय केवल सरकारी आंकड़ों के लिए न बनें, बल्कि वास्तव में चालू दशा में रहें और उनका उपयोग हो। आयोग ने स्वच्छ भारत अभियान का संचालन कर रहे शक्ति मंत्रालय को मामले में ठोस गाइडलाइन जारी करने की अपेक्षा करते हुए घटना से जुड़ी खबरों की प्रतियां भी भेजी हैं।
बता दें कि घटना लखीमपुर खीरी के एक गांव की है। यहां की निवासी अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय बालिका 14 अगस्त की सुबह 10 बजे के करीब खेतों की ओर शौच के लिए गई थी, लेकिन लौटी नहीं। परिवार वालों ने तलाश की तो शाम को गांव के ही गन्ने के एक खेत में बालिका का शव मिला। बालिका की हत्या उसी के दुपट्टे से गला कसकर की गई। इससे पहले उसे जमकर शारीरिक चोटें पहुंचाईं गईं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बालिका की गला दबाकर हत्या की गई और उसके साथ दुष्कर्म भी हुआ। पुलिस ने बालिका के पिता की तहरीर पर गांव के ही संतोष यादव और संजय गौतम के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। संतोष को बाद में पकड़ लिया गया। दुष्कर्म की पुष्टि होने पर दर्ज मुकदमे में पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म की धारा भी बढ़ाई गई है।
पहले दुष्कर्म, फिर गला कसकर की गई हत्या : पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक बालिका के गले पर दुपट्टे से कसने का निशान भी मिला है। हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म किए जाने की भी पुष्टि हुई है। बालिका का शव मिलने के बाद उसकी आंखें फोड़े जाने और जुबान काटे जाने की जो बातें कही जा रही थीं, इनकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं हुई है। बालिका के शरीर पर दो-तीन खरोच के निशान मिले हैं। माना जा रहा है कि वारदात के वक्त उसने संघर्ष किया होगा। शनिवार को तीन डॉक्टरों के पैनल ने बालिका के शव का पोस्टमार्टम किया था।