NHM की वेबसाइट हैक, दो लाख कर्मचारियों का डाटा गायब
वेबसाइट पर पाकिस्तान के समर्थन में लिखे नारे हैकरों ने बैंक खातों और क्रेडिट कार्ड को भी बताया निशाने पर एनआइसी कर रही मामले की जांच।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की नेटवर्किंग सिक्योरिटी में शनिवार देर रात सेंध लगाकर विभाग की वेबसाइट हैक कर ली गई। ऐसे में दो लाख कर्मचारियों के ब्योरा समेत तमाम डाटा गायब हो गया। एनआइसी के इंजीनियरों की टीम वेबसाइट को हैकर से मुक्त कराने में जुटी हुई है।
एनएचएम की वेबसाइट पर केंद्र सरकार की योजनाओं का ब्योरा था। इसके साथ-साथ एक लाख 45 हजार आशा बहुओं के साथ 45 हजार अन्य स्टाफ का रिकॉर्ड भी दर्ज था। शनिवार देर रात वेबसाइट हैक कर ली गई। रविवार सुबह विभाग के मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एमआइएस) के कर्मचारियों ने वेबसाइट ओपन की तो वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली। कर्मचारियों ने अफसरों को सूचना दी।
एनआइसी के इंजीनियर जुटे
एनएचएम के एमआइएस का स्टाफ घंटों हैकर्स से वेबसाइट मुक्त कराने के लिए संघर्ष करता रहा, मगर सफलता नहीं मिली। ऐसे में एनएचएम निदेशक पंकज कुमार ने एनआइसी को वेबसाइट हैक होने की जानकारी दी। इसके बाद एनआइसी के एक्सपर्ट वेबसाइट को हैकर से मुक्त कराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन रविवार देर रात तक उन्हें सफलता नहीं मिली थी।
कहा-आपका कोई भी डाटा सुरक्षित नहीं
वेबसाइट हैकिंग की जानकारी मिलने पर अन्य कर्मचारियों ने भी रविवार सुबह उसे ओपन करने की कोशिश की। इस दौरान उसमें ब्लैक स्कॉर्पियन प्रो-ब्रोस लिखा था। साथ ही वेबसाइट खोलने पर ङ्क्षहसक फोटो व पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे थे। इसके अलावा कश्मीर को आजाद करने की मांग के साथ धमकी भी लिखी थी। हैकर ने कहा है कि आपका कोई भी डाटा सुरक्षित नहीं है। बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड का डाटा भी उड़ाया जा सकता है। इसके एड्रेस में राहुलशर्मा डॉट कॉम/ब्लैकीडॉट लिखकर आ रहा है।
डॉक्टरों और कर्मचारियों में बेचैनी
वेबसाइट पर डॉक्टरों, फॉर्मासिस्ट, नर्स, स्टाफ नर्स, टेक्नीशियन आदि का रिकॉर्ड था। वहीं, विभाग की योजनाओं का भी ब्योरा था। ऐसे में पूरा ब्योरा गायब होने से कर्मचारियों के साथ-साथ विभागीय अधिकारी भी परेशान हैं।
क्या कहते हैं अफसर ?
एनएचएम निदेशक पंकज कुमार का कहना है कि रविवार सुबह एनएचएम की वेबसाइट हैक होने का पता चला। मामले की जानकारी एनआइसी को दी गई है। वेबसाइट पर स्टाफ आदिका ब्योरा था। कोई संवेदनशील डाटा नहीं था। वेबसाइट किसने हैक की, यह एक्सपर्ट ही बता सकेंगे।