सपा छोड़कर आए नीरज शेखर को भाजपा ने बनाया उत्तर प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए नीरज शेखर को भाजपा ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता छोड़कर आए पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर को भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया है। गुरुवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नीरज शेखर के नाम की घोषणा की। यह राज्यसभा सीट नीरज शेखर के इस्तीफे के बाद ही खाली हुई है।
नीरज शेखर ने गुरुवार देर रात बयान जारी करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताया और कहा कि भाजपा नेतृत्व द्वारा जताए गए विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा। नीरज शेखर ने समाजवादी पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। लोकसभा चुनाव में बलिया लोकसभा सीट से टिकट न मिलने के कारण वो पार्टी से नाराज चल रहे थे। इसके बाद जेपी नड्डा की मौजूदगी में वह भाजपा में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा की रिक्त हुई सीट पर 14 अगस्त तक नामांकन पत्र जमा हो सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 16 अगस्त को और नाम वापसी 19 अगस्त को होगी। जरूरत पड़ने पर मतदान 26 अगस्त को होगा और उसी दिन मतों की गिनती भी करायी जाएगी।
नीरज शेखर की राजनीतिक यात्रा
पिता पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में जीतकर नीरज शेखर पहली बार सांसद में पहुंचे। वह 2009 के लोकसभा चुनाव फिर जीते और लोकसभा पहुंचे, लेकिन 2014 के मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।इसके बाद सपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। वर्ष 2019 में एक बार फिर वह लोकसभा चुनाव लड़कर पिता की विरासत को सहेजना चाहते थे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष ने राज्यसभा सदस्य का हावाला देते हुए टिकट नहीं दिया। तभी से नीरज शेखर नाराज चल रहे थे। बात यह भी आई कि टिकट न मिलने से नाराज नीरज के समर्थकों ने चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार किया।
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