Move to Jagran APP

लोहिया अस्पताल को मिला नेशनल क्वालिटी एश्यारेंस सर्टिफिकेट, मिलेंगे डेढ़ करोड़ रुपये

यह प्रमाणपत्र पाने वाला प्रदेश का पहला 500 बेड का अस्पताल है। लोहिया अस्‍पताल को तीन वर्ष में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 09:07 AM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 09:07 AM (IST)
लोहिया अस्पताल को मिला नेशनल क्वालिटी एश्यारेंस सर्टिफिकेट, मिलेंगे डेढ़ करोड़ रुपये
लोहिया अस्पताल को मिला नेशनल क्वालिटी एश्यारेंस सर्टिफिकेट, मिलेंगे डेढ़ करोड़ रुपये

लखनऊ, (जेएनएन)। डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट मिला है। साफ-सफाई, डॉक्टर द्वारा मरीजों की संतुष्टि, केस शीट और रेफर करने में बरती गई सावधानी आदि बिंदुओं पर यह अस्पताल खरा साबित हुआ है। बाहरी विशेषज्ञों की टीम द्वारा किए गए मूल्यांकन में इसे 82 फीसद अंक मिले हैं। सभी 14 विभागों का इसमें मूल्यांकन किया गया। यह प्रमाणपत्र पाने वाला प्रदेश का पहला 500 बेड का अस्पताल है। अब इसे तीन वर्ष में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

loksabha election banner

गोमतीनगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि इस सर्टिफिकेट को पाने के लिए कम से कम 70 प्रतिशत अंक मिलना जरूरी है, मगर लोहिया अस्पताल ने 82 प्रतिशत अंक हासिल किए। दस हजार रुपये प्रति बेड के हिसाब से इसे तीन वर्ष तक करीब डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि मिलेगी। इससे मरीजों से जुड़ी नई सुविधाएं शुरू की जाएंगी। बीते 10 सितंबर से लेकर 12 सितंबर तक तीन राज्यों से आए एसेसर की टीम ने यहां निरीक्षण किया था। लोहिया अस्पताल में 500 बेड हैं और इसमें अधिकांश भरे रहते हैं। अस्पताल में सीटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे, पैथोलॉजी आदि की जांचें मुफ्त हो रही हैं। यही नहीं ओपीडी में करीब सात हजार मरीज आ रहे हैं। साफ-सफाई भी बेहतर रहती है।

यही नहीं यहां बीते दिसंबर 2017 से शुरू हुई इनफर्टीलिटी क्लीनिक भी अपने आप में अनूठा कार्य कर रही है। करीब 690 रजिस्ट्रेशन महिलाओं ने करवाएं हैं। 50 महिलाओं को सफलतापूर्वक गर्भधारण कराया गया। इससे पहले कायाकल्प अवार्ड व एनएबीएल अवार्ड भी मिल चुका है।

20 अक्‍टूबर को 20 साल का हो जाएगा लोहिया अस्पताल

लोहिया अस्पताल 20 अक्टूबर 1998 को शुरू हुआ था। पहले यहां सिर्फ ओपीडी ही चलती थी। वर्ष 2003 में मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया भी शुरू हुई। अब अस्पताल में 91 डॉक्टर, 500 कर्मचारी व पैरा मेडिकल स्टॉफ है। अब लोहिया अस्पताल व लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का विलय होने जा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.