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भाजपा पहले सत्य के पथ पर चले, फिर गांधीजी का नाम ले : प्रियंका वाड्रा

गांधी जयंती पर सरकार के खिलाफ पदयात्रा में कांग्रेस ने झोंकी ताकत। कार्यकर्ताओं में जोश भरने को तेज बुखार में भी ढाई किमी पैदल चलीं प्रियंका।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 10:33 AM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 10:35 AM (IST)
भाजपा पहले सत्य के पथ पर चले, फिर गांधीजी का नाम ले : प्रियंका वाड्रा

लखनऊ, जेएनएन। हर एक घटना पर ट्वीट के जरिए सरकार पर हमले करती रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा बुधवार को सड़क पर उतर आईं। प्रदेश भर से जुटे कार्यकर्ताओं की अगुआई करते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ गांधी संदेश पदयात्रा निकाली। साथ ही विधानसभा के विशेष सत्र पर तंज कसा-'पहले भाजपा सत्य के रास्ते पर चले, फिर गांधीजी का नाम ले।

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चिन्मयानंद प्रकरण पर शाहजहांपुर से लखनऊ तक कांग्रेस की प्रस्तावित पदयात्रा रोके जाने से नाराज कांग्रेस ने गांधी जयंती पर जनाक्रोश यात्रा की हुंकार भरी थी। बुधवार को यात्रा का नेतृत्व करने खुद राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा राजधानी आईं। निर्धारित समय से करीब दो घंटे विलंब से वह दोपहर एक बजे शहीद स्मारक पहुंचीं। यहां शहीदों को नमन करने के बाद विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ताओं के साथ ढाई किमी की पदयात्रा कर वह जीपीओ पार्क पहुंचीं और गांधी प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाए। यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका ने कहा कि जो दुष्कर्मी हैं, उन पर मुकदमा होना चाहिए। हमारा आंदोलन इसीलिए है।

तेज बुखार में प्रियंका ने की ढाई किमी की पदयात्रा

प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ बहुत अन्याय हो रहा है। शाहजहांपुर की घटना सबके सामने है। इससे पहले उन्नाव कांड हुआ। मैं उन्नाव पीडि़ता के परिवार वालों से मिली तो पता चला कि उसकी मां को ताले में बंद किया हुआ था। वहीं, पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि प्रियंका वाड्रा को दो दिन से तेज बुखार है। इसके बावजूद उन्होंने पदयात्रा की।

अनुमति खत्म तो लौट गईं प्रियंका

पार्टी महासचिव प्रियंका को प्रदेश मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करना था। वहां पूरी तैयारी थी लेकिन, वह पहुंची नहीं। पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कार्यकर्ताओं को बताया कि प्रदेश मुख्यालय कैंट क्षेत्र में आता है। यहां विधानसभा उपचुनाव की वजह से आचार संहिता लगी है। कार्यक्रम की अनुमति दो बजे तक की थी। सरकार को कोई मौका न मिले, इसलिए प्रियंका वाड्रा जीपीओ से ही दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।

आगे-आगे चले 'गांधीजी'

पदयात्रा के आगे-आगे गांधीजी के वेश में कार्यकर्ता चल रहे थे। इसमें कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू, उपनेता आराधना मिश्रा, विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, प्रदीप जैन आदित्य, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, प्रदेश महासचिव द्विजेंद्र राम त्रिपाठी, उपाध्यक्ष राम यज्ञ द्विवेदी, ट्रेड यूनियन के राष्ट्रीय नेता सुभाष चंद्र पांडेय आदि शामिल हुए।


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