कैमरे की निगरानी में होंगी मुंशी-मौलवी की परीक्षाएं, 79 मदरसों पर बच्चे देंगे परीक्षाएं
25 फरवरी से शुरू होंगी उत्तर प्रदेश में मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं शहर के छह अनुदानित मदरसों को बनाया परीक्षा केंद्र।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी बोर्ड की तर्ज पर मुंशी-मौलवी (सेकेंड्री), आलिम (सीनियर सेकेंड्री), कामिल व फाजिल की परीक्षाएं कराने की तैयारी है। शहर के छह अनुदानित मदरसों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। यहां 25 फरवरी से कैमरे की निगरानी में मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। परीक्षाएं पांच मार्च तक चलेंगी।
इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद के साथ ही मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल व फाजिल की परीक्षाएं होनी हैं। इसलिए अभी से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड की गाइडलाइन के मुताबिक, परीक्षा केंद्र बनाने के लिए शहर के छह अनुदानित मदरसों का चयन किया जा चुका है। इन परीक्षा केंद्रों में 79 मदरसों के बच्चे परीक्षाएं देंगे। इसमें प्रथम पाली में 2239 व द्वितीय पाली 2265 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
गठित होंगी दो समितियां
नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए जिला स्तर पर दो समिति गठित होंगी। समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष होंगे, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व डीएमओ समिति के सदस्य होंगे। परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति फीड करने के लिए नोडल कर्मचारी नामित किया जाएगा, जो रोजाना अपनी रिपोर्ट डीएमओ को देगा। मदरसा पोर्टल पर पब्लिक डोमेन में परीक्षार्थियों द्वारा स्वयं अनुपस्थिति क्रॉस चेक कर सकेंगे।
ये बने परीक्षा केंद्र
- दारुल उलूम उस्मानियां, दुर्गागंज काकोरी
- मदरसा अलफिरदौस रहमानी स्कूल, दुबग्गा
- मदरसा जामिया अरबिया मखजनुल उलूम, चौक
- मदरसा इरम मॉडल निस्वां स्कूल, बारूदखाना
- मदरसा आइडियल गल्र्स स्कूल, इंदिरा नगर
- मदरसा दारुल उलूम वारसिया, गोमती नगर
डीएमओ बालेंदु कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस बार यूपी बोर्ड की तर्ज पर मदरसा परीक्षाएं कराने की तैयारी है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जनपद स्तर पर दो समितियां गठित की जाएंगी। शहर के छह परीक्षा केंद्रों में कैमरे की निगरानी में परीक्षाएं होंगी। परीक्षा कक्ष में दो कक्ष निरीक्षकों के साथ प्रधानाचार्य भी मौजूद रहेंगे।