नकवी की जनरल वीके सिंह को सोच-समझकर बोलने की सलाह
मीडिया पर आरोपों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के दो मंत्री आमने-सामने हो गए हैं। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने जहां मीडिया पर कांग्रेस से पैसे खाकर खिलाफ खबर चलाने का आरोप लगाया है, वहीं संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने जनरल वीके सिंह के बयान
लखनऊ। मीडिया पर आरोपों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के दो मंत्री आमने-सामने हो गए हैं। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने जहां मीडिया पर कांग्रेस से पैसे खाकर खिलाफ खबर चलाने का आरोप लगाया है, वहीं संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने जनरल वीके सिंह के बयान को गलत ठहराते हुए उन्हें खुद सोच समझकर बोलने की नसीहत दी है।
इलाहाबाद में आज नकवी ने कहा कि वह मीडिया को दोषी नहीं मानते और मंत्री होने के नाते जनरल वीके सिंह को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वीके सिंह राजनीतिक पृष्ठभूमि के नहीं हैं, लेकिन देश के नेताओं व मंत्रियों को पूरी तरह से सोच समझकर ही प्रतिक्रिया देनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने यूपी में खराब कानून व्यवस्था के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
मुख्तार अब्बास नकवी ने पाकिस्तानी सिंगर अदनान सामी के भारत की नागरिकता प्राप्त करने के प्रयास पर कहा कि उन्हें जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी, लेकिन उन्हें यह साफ करना होगा कि सामी भारत की नागरिकता क्यों लेना चाहते चाहते हैं। शिवसेना के इस मामले में एतराज जताने के सवाल नकवी ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि हम लोग शिवसेना की हर बात और दलील से सहमत हों।
महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुंगटीवार के अरहर की दाल की कीमतों को लेकर कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों से भी मुख्तार अब्बास नकवी असहमत हैं। नकवी ने कहा कि इस मुद्दे पर सियासत नहीं होनी चाहिए। नकवी ने देश के लोगों से कहा है कि दाल की कीमतों समेत महंगाई को लेकर उन्हें जितनी चिंता है, उससे ज्यादा चिंता सरकार को है। सरकार इस बारे में लगातार कदम उठा रही है। उनके मुताबिक महंगाई को लेकर लोगों की चिंता स्वाभाविक है। दाल की महंगाई की वजह मौसम की खराबी और जमाखोरी बताते हुए उन्होंने कहा केंद्र ने शिकंजा कस दिया है। इसी कारण से ही दाल के रेट नीचे आए हैं और जल्द ही यह रेट और कम होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में नकवी ने कहा कि बिहार में इस बार भ्रष्टाचार करने वाले कुनबे का खात्मा होगा। नकवी के मुताबिक नितीश कुमार के पास अब के बोलने के लिए कुछ भी नहीं है, इसलिए वह जवाब देने के बजाय आए दिन सवाल करते रहते हैं।