सीनियर की प्रताडऩा से त्रस्त जूनियर रेजीडेंट ने लगा ली वेक्यूरेनियम की हाई डोज
क्वीन मेरी अस्पताल की जूनियर रेजीडेंट डॉ. मनीषा ने अपने सीनियर से त्रस्त होकर की आत्महत्या की कोशिश। बड़ी बहन ने वजीरगंज थाने में दर्ज करवाई एफआइआर।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में एमएस की पढ़ाई कर रही जूनियर रेजीडेंट थ्री डॉ. मनीषा शर्मा ने सीनियर डॉक्टर से त्रस्त होकर सुसाइड की कोशिश की। उसने बेहोशी के लिए दी जाने वाली दवा वेक्यूरेनियम के इंजेक्शन की हाई डोज लगा ली। ट्रॉमा सेंटर की वेंटीलेटर यूनिट में वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। उसकी बड़ी बहन दीपा शर्मा की ओर से वजीरगंज थाने में सीनियर डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल की डॉ. मनीषा शर्मा की बड़ी बहन दीपा शर्मा की ओर से जो तहरीर दी गई है उसमें यूरो सर्जरी विभाग के सीनियर रेजीडेंट डॉ. उधम सिंह के खिलाफ उत्पीडऩ करने व आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज करवाया है। बड़ी बहन दीपा शर्मा का कहना है कि खुद डॉक्टर उधम सिंह ने मोबाइल फोन पर सूचना दी थी कि उससे कहासुनी के बाद डॉ. मनीषा शर्मा ने सुसाइड करने के लिए वेक्यूरेनियम नाम की दवा के इंजेक्शन की हाई डोज लगा ली।
डॉ. मनीषा की बड़ी बहन के अनुसार डॉ. उधम सिंह से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी उसके पास है। इंस्पेक्टर वजीरगंज पंकज सिंह का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द डॉक्टर उधम सिंह से भी पूछताछ होगी। मालूम हो कि कानपुर के रहने वाले रमेश चंद्र विद्यार्थी की सबसे छोटी बेटी डॉ. मनीषा शर्मा केजीएमयू के क्वीनमेरी अस्पताल में एमएस की छात्रा है और वह जूनियर रेजीडेंट भी है। शनिवार की रात करीब आठ बजे इसने बुद्धा हास्टल में अपने कमरे में इंजेक्शन की हाई डोज लगा लगाकर सुसाइड की कोशिश की थी।
डॉ. मनीषा के हॉस्टल का कमरा हुआ सील
केजीएमयू प्रशासन ने बताया कि डॉ. मनीषा शर्मा बुद्धा हास्टल के कमरा नंबर 309 में रहती थी। उसका कमरा सील कर दिया गया है। मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है। अब उसे पुलिस टीम की निगरानी में ही खोला जाएगा।